
लखनऊ,8 अप्रैल 2025:
समाजवादी पार्टी के नेता लाल जी सुमन द्वारा खानवा के शूरवीर और मेवाड़ के शासक राणा सांगा पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सपा नेता लालजी सुमन के विवादित टिप्पणी के बाद से ही उबल रहा क्षत्रिय समाज आज सड़कों पर उतरा! मंगलवार को लखनऊ के दस-नब्बे चौराहा से मुख्यमंत्री आवास तक के रास्ते पर जमकर हंगामा हुआ, जहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का-मुक्की तक की नौबत आ गई।
‘द हो हल्ला’ की टीम मौके पर मौजूद रही और प्रदर्शन कर रहे ग़ुस्साए कार्यकर्ताओं से बातचीत की। प्रदर्शनकारियों ने सपा और अखिलेश यादव पर सीधा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी हमेशा से क्षत्रिय समाज के खिलाफ रही है। एक कार्यकर्ता ने तीखे शब्दों में कहा, “अखिलेश यादव का राजनीतिक अंत शुरू हो चुका है। अब जनता उन्हें सत्ता में लौटने नहीं देगी। राणा सांगा जैसे महापुरुषों का अपमान क्षमा नहीं किया जाएगा।”
हंगामे के बीच पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की लेकिन उनका गुस्सा शांत होता नहीं दिखा। सोशल मीडिया पर भी इस विरोध की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिससे मामला और तूल पकड़ता जा रहा है।
सवाल यह है कि क्या सपा नेतृत्व इस मुद्दे पर कोई सार्वजनिक स्पष्टीकरण देगा? और अगर नहीं, तो क्या यह मामला आने वाले चुनावों में वाकई राजनीतिक नुकसान का कारण बन सकता है? फिलहाल, क्षत्रिय समाज के भीतर नाराज़गी स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है और राजनीतिक माहौल गर्म होता जा रहा है।
