
नई दिल्ली,16 अप्रैल 2025
गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय (GGU) में एनएसएस शिविर के दौरान जबरन नमाज़ पढ़वाने का मामला अब तूल पकड़ चुका है। आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय के कुलपति भवन के सामने प्रदर्शन किया और “GGU, JNU नहीं बनेगा” जैसे नारों के साथ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हल्की धक्का-मुक्की भी देखने को मिली, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। इससे पहले छात्रों द्वारा कोनी थाना में दर्ज कराई गई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रो. दिलीप झा को एनएसएस समन्वयक पद से हटा दिया है।
बताया जा रहा है कि 26 मार्च से 1 अप्रैल तक चले एनएसएस शिविर में कुल 159 छात्र शामिल हुए थे, जिनमें केवल चार मुस्लिम छात्र थे। आरोप है कि 30 मार्च को, जो कि ईद का दिन था, सभी छात्रों को जबरन नमाज़ पढ़ने के लिए बाध्य किया गया। पुलिस प्रशासन इस मामले की जांच में तेजी ला चुका है और विश्वविद्यालय से मांगे गए जवाब के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। छात्र संगठनों का कहना है कि विश्वविद्यालय में ऐसी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों गुजरात दौरे पर हैं। अरावली जिले के मोडासा शहर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी और आरएसएस को हराया जा सकता है, तो वह केवल कांग्रेस पार्टी ही कर सकती है। राहुल गांधी ने कहा कि यह सिर्फ राजनीतिक नहीं बल्कि विचारधाराओं की लड़ाई है और इसका रास्ता गुजरात से होकर जाता है। उन्होंने पार्टी के भीतर चल रही गुटबाज़ी और बीजेपी से मिलीभगत करने वालों का भी ज़िक्र किया और ऐसे लोगों को पहचान कर कांग्रेस से अलग करने की बात कही।
अपने भाषण में उन्होंने कहा, “घोड़े तीन प्रकार के होते हैं: एक बारात का घोड़ा, दूसरा रेस का घोड़ा और तीसरा लंगड़ा घोड़ा। रेस का घोड़ा दौड़ेगा जबकि बारात को घोड़ा नचाएगा।” राहुल गांधी ने जिलास्तर की राजनीति को प्राथमिकता देते हुए कहा कि अब जिला अध्यक्ष समझौतावादी नहीं होगा, बल्कि वह जिले को अपने फैसलों से चलाएगा।उम्मीदवारों को ऊपर से निर्देश नहीं मिलेंगे, बल्कि संगठन और नेताओं के बीच एक मजबूत जुड़ाव बनाया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी का संगठन केवल चुनाव जिताने तक सीमित नहीं रहेगा। हमें नई पीढ़ी को पार्टी से जोड़ना है और बूथ स्तर पर मजबूत पकड़ रखने वालों को आगे लाना है। साथ ही उन्होंने स्थानीय लोगों को टिकट वितरण में प्राथमिकता देने की भी बात कही। राहुल गांधी ने इस दौरे को गुजरात में कांग्रेस के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट करार देते हुए कहा कि राज्य को पार्टी के लिए एक मजबूत आधार बनाना है।






