बरेली, 18 अप्रैल 2025:
यूपी के बरेली जिले में वक्फ के नाम पर सरकारी जमीन हड़पने का राजफाश हुआ है। फर्जी दस्तावेजों के सहारे हुए इस खेल में जमीन को सेंट्रल वक्फ बोर्ड में भी रजिस्टर्ड कराया गया। पोल खुली तो दस लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है।
मजार बनाकर तीन बीघा जमीन हथियाई
वक्फ के नाम पर धोखाधड़ी की परतें उधड़ने लगी हैं। बरेली के सीबीगंज थाने में ऐसे ही एक मामले में एक एफआईआर दर्ज हुई है। सीबीगंज क्षेत्र में सब्जे अली ने राजस्व अभिलेखों में बतौर सरकारी दर्ज जमीन को कब्रिस्तान बताकर हड़प लिया। इसके लिए हर कदम पर जालसाजी की गई। पहले यहां एक फकीर हामिद हसन को आगे किया गया। उसके निधन के बाद एक पक्की मजार बना दी गई और आसपास की तीन बीघा जमीन को हथिया लिया गया।
सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ में कराया रजिस्टर्ड
इसके बाद सब्जे अली ने सैय्यद हामिद हसन चैरिटेबल ट्रस्ट बनाया। 2020 में ट्रस्ट को रजिस्टर्ड कर परिवार के सदस्यों पत्नी व चार बेटियों को मेंम्बर बना दिया और खुद अध्यक्ष बन गया। इसका विरोध कर रहे पुत्तन शाह ने इस मामले की शिकायत पुलिस से भी की। इधर कोर्ट ने भी एक सिविल केस में इस जमीन में फर्जी दस्तावेजों के प्रयोग की आशंका जताई। इस दौरान सब्जे अली ने बेहद चतुराई से सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ में ट्रस्ट का सम्पत्ति संख्या 2214 पर रजिस्ट्रेशन करा दिया।
दस लोगों पर एफआईआर, एसपी सिटी करेंगे जांच
सीबीगंज क्षेत्र में वक्फ के नाम पर हुए इस फर्जीवाड़े में अब पुत्तनशाह की ओर से सब्जे अली
उसके परिवार की जकीरा, फरहा नाज, गुलनाज, सना जाफरी, राहिला जाफरी, मनीष कुमार, आसिफ अली, अहमद अली, मकसूद, जैब के खिलाफ सीबीगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। एसएसपी बरेली अनुराग आर्य ने एसपी सिटी को मामले की जांच सौंपी है।