
नई दिल्ली, 20 अप्रैल 2025
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद निशिकांत दुबे द्वारा सुप्रीम कोर्ट और मुख्य न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना को लेकर दिए गए विवादित बयान ने राजनीतिक माहौल गर्म कर दिया है। दुबे के बयान पर विपक्ष ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर तीखे हमले किए हैं। वहीं, पार्टी ने उनके बयान से स्पष्ट रूप से दूरी बना ली है।
इस बीच, मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय का इस विवाद पर बयान सामने आया है। विजयवर्गीय ने दुबे को सलाह देते हुए कहा कि “कभी-कभी सत्य भी हो तो उसे सार्वजनिक रूप से नहीं बोलना चाहिए। हर बात की एक मर्यादा होती है।” उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी की गाइडलाइन आ चुकी है और सभी को उसका पालन करना चाहिए।
विजयवर्गीय ने निशिकांत दुबे को छोटा भाई बताते हुए कहा कि उन्हें भविष्य में ऐसे बयान देने से बचना चाहिए क्योंकि आज की जनता सब कुछ समझती है। भले ही उन्होंने दुबे के बयान का खुला समर्थन नहीं किया, लेकिन उन्होंने यह संकेत अवश्य दिया कि दुबे की बात में सच्चाई हो सकती है। इससे यह भी स्पष्ट हो गया कि बीजेपी के भीतर इस मुद्दे पर मतभेद हो सकते हैं।
निशिकांत दुबे ने अपने बयान में सुप्रीम कोर्ट और CJI को देश में धार्मिक संघर्ष और गृह युद्ध जैसे हालात के लिए जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था कि कोर्ट अब अपनी सीमाएं लांघ रहा है और हर मुद्दे के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना एक गलत परंपरा बन गई है। इसके अलावा उन्होंने पूर्व चुनाव आयुक्त पर भी धार्मिक पक्षपात का आरोप लगाया।
इस बयान के बाद विपक्ष ने बीजेपी पर हमला तेज कर दिया है और अब कैलाश विजयवर्गीय भी उनके निशाने पर आ सकते हैं।