
दमोह, 23 अप्रैल 2025
मध्य प्रदेश के दमोह जिले में मंगलवार को एक विनाशकारी घटना में एक ही परिवार के आठ सदस्यों की मौत हो गई तथा छह अन्य घायल हो गए। इस दुर्घटना में उनका वाहन पुल से सूखी नदी में गिर गया।
यह हादसा नोहटा पुलिस स्टेशन की सीमा में सिमरी गांव के पास सुबह करीब 10:15 बजे हुआ, जब सुनार नदी के पुल के पास ड्राइवर ने बोलेरो पर से नियंत्रण खो दिया। 15 यात्रियों को ले जा रहा बोलेरो पुल से नीचे गिर गया और नीचे चट्टानी इलाके में जा गिरा।
पुलिस के अनुसार, पीड़ित जबलपुर जिले के रहने वाले थे और कथित तौर पर हर्बल उपचार के लिए एक स्थानीय “वैद्य” (आयुर्वेदिक चिकित्सक) के पास जाकर लौट रहे थे। ऐसी अटकलें हैं कि उन्होंने स्थानीय देवता के मंदिर में पूजा-अर्चना भी की होगी।
मृतकों में एक ही परिवार की पांच बहनें, एक भतीजी और एक छोटा पोता शामिल हैं। छह पीड़ितों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि 8 और 10 साल के दो बच्चों ने बाद में दमोह जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया।
घायलों का पहले स्थानीय अस्पताल में इलाज किया गया और फिर उन्हें समय पर चिकित्सा सहायता सुनिश्चित करने के लिए विशेष रूप से व्यवस्थित ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से जबलपुर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया।
जांच अधिकारी अरविंद सिंह ने पुष्टि की कि जबेरा अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया, जिसके बाद शवों को संबंधित परिवारों को सौंप दिया गया।
यह दिल दहला देने वाली घटना मध्य प्रदेश में होने वाली दुखद सड़क दुर्घटनाओं की श्रृंखला का हिस्सा है। एक दिन पहले ही जबलपुर-रायसेन मार्ग पर एक शादी समारोह के बाद हुए एक अन्य हादसे में छह लोगों की मौत हो गई थी और तीन लोग घायल हो गए थे।
दमोह दुर्घटना का सही कारण जानने के लिए पुलिस जांच जारी है तथा यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या किसी लापरवाही के कारण यह घातक दुर्घटना हुई।