
नई दिल्ली,25 अप्रैल 2025
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद देशभर में आक्रोश है और शोक की लहर दौड़ रही है। इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत ने देश को झकझोर कर रख दिया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज सभी 900 बाजार बंद हैं। यह बंद विरोध नहीं बल्कि सरकार के प्रति एकजुटता और मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि का प्रतीक है। कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने ऐलान किया है कि दिल्ली की 8 लाख से ज्यादा दुकानें आज बंद रहेंगी और रोज़ाना होने वाला लगभग 1500 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित रहेगा।
चांदनी चौक में सुबह 10.45 बजे से लाल किले तक सांसद प्रवीण खंडेलवाल के नेतृत्व में “सहानुभूति मार्च” निकाला जाएगा। कैट ने कहा है कि इस नृशंस आतंकी हमले ने ट्रेडिंग कम्युनिटी में गहरा शोक और गुस्सा पैदा किया है। बाजार बंद कर मृतकों को श्रद्धांजलि दी जा रही है और यह एकजुटता का प्रतीक है।
दिल्ली पुलिस और प्रशासन से बंद के दौरान शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की गई है। व्यापारी संगठनों से भी शांतिपूर्ण तरीके से बंद को सफल बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया गया है।
पहलगाम हमले के विरोध में कल उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी बाजार बंद रहे और मोमबत्ती मार्च निकाले गए। हापुड़ में हिंदू संगठनों ने आज दोपहर तक पूर्ण बंद का आह्वान किया है। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए देश की एकता और अखंडता को प्राथमिकता देने का संदेश दिया।
जम्मू-कश्मीर में भी व्यापारिक संगठनों ने बुधवार को बंद रखा और पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, जम्मू बार एसोसिएशन, ऑल जम्मू एंड कश्मीर ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन और जम्मू ट्रेडर्स एसोसिएशन जैसे संगठनों ने हमले की निंदा करते हुए विरोध मार्च निकाले।
भारत सरकार द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित किए जाने और पाकिस्तान को भेजे गए कड़े संदेश के बाद पाकिस्तान में भी हड़कंप मच गया है। भारत अब आतंकवाद के खिलाफ हर मोर्चे पर सख्त कदम उठा रहा है और देशभर से एक ही आवाज उठ रही है—आतंकवाद के खिलाफ एकजुट भारत।






