नई दिल्ली,3 जनवरी 2025
भारत और मालदीव के रिश्तों में कुछ समय पहले आई खटास अब दूर होती दिखाई दे रही है। पिछले साल जनवरी में मालदीव के दो मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तनाव आ गया था। हालांकि, मालदीव सरकार ने उन मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया, जिसके बाद स्थिति में सुधार हुआ। इसके बाद, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत का दौरा किया, और दोनों देशों के रिश्ते फिर से पटरी पर आए। अब, मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील भारत दौरे पर आए हैं, जो दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
खलील 30 सितंबर 2024 को मालदीव के विदेश मंत्री बने थे और उनका यह भारत दौरा 2025 का पहला विदेशी दौरा है। इस दौरान, वह भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे, और द्विपक्षीय संबंधों, आर्थिक सहयोग, समुद्री मामलों, और दोनों देशों के लोगों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा करेंगे। खलील ने कोविड-19 महामारी के दौरान भारत द्वारा मालदीव को दी गई मदद की सराहना की थी। यह दौरा दोनों देशों के रिश्तों को नई दिशा देने की ओर एक महत्वपूर्ण पहल है।