मेरठ, 26 अप्रैल 2025:
यूपी के मेरठ जिले में गंगानगर क्षेत्र में रहने वाली युवती ने फांसी लगाकर जान दे दी। उसने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। रिजल्ट आने के दिन 22 अप्रैल को फांसी लगाने वाली युवती घर में अकेली थी। आसपास बदबू फैलने पर पड़ोसियों ने महोबा शादी में गए परिवार को सूचना दी तो शव बरामद हुआ।
बीएसएनएल में डीजीएम पद से रिटायर हुए पिता के साथ रह रही थी युवती
गंगानगर में ग्रेटर गंगा कालोनी है। यहां बीएसएनएल से डीजीएम के पद से 2020 में रिटायर हुए कांता प्रसाद शुक्ल अपने परिवार के संग रहते हैं। उनके दो बेटे निजी कम्पनियों में कार्यरत हैं। बेटी प्रियंका प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी। प्रियंका ने कई बार तमाम प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लिया लेकिन उसका मुख्य लक्ष्य यूपीएससी की सिविल सर्विस की परीक्षा ही रही। उसने इससे पहले भी इसमें प्रयास किये थे
रिजल्ट आने के दिन की खुदकुशी,सुसाइड नोट छोड़ा, महोबा विवाह समारोह में गया था परिवार
माना जा रहा है कि गत 22 अप्रैल को ही सिविल सर्विस की परीक्षा का रिजल्ट आया था। एक बार फिर इसमें नाकामी मिलने पर उसने खुदकुशी का फैसला कर लिया और एक सुसाइड नोट छोड़कर कमरे में पंखे से लटककर जान दे दी। सुसाइड नोट में उसने दिलोदिमाग में चल रही उथलपुथल का जिक्र किया है। इस खुदकुशी के बारे में परिवार को इसलिए भनक नहीं लगी क्योंकि कांता प्रसाद गत 12 अप्रैल को महोबा में रहने वाले एक रिश्तेदार के घर विवाह समारोह में भाग लेने चले गए थे।
पड़ोसियों को आई दुर्गंध तो खबर पाकर वापस लौटा परिवार
इधर खुदकुशी को कई दिन बीतने पर लाश से उठती दुर्गंध आसपास फैल गई। पड़ोसियों को शक हुआ कि दुर्गंध कांता प्रसाद के घर से आ रही है। इस पर किसी ने उन्हें फोन करके सूचना दी। रास्ते भर संशय में पड़े परिवार को अनहोनी की आशंका सताती रही। यहां शुक्रवार की रात आकर जब घर खोला गया तो कमरे में प्रियंका का शव फांसी पर लटका मिला। पुलिस ने शव को नीचे उतारा। प्रियंका की उम्र लगभग 40 साल थी और उसने अभी विवाह भी नहीं किया था। इस हादसे से परिवार सदमे में है।