
एबटाबाद, 2 मई 2025:
कभी दुनिया भर के लिए आतंक का पर्याय बन चुका ओसामा बिन लादेन 9/11 हमलों के बाद अमेरिका की सबसे बड़ी चुनौती बन गया था। सऊदी अरब में जन्मे इस आतंकी ने न केवल वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला करवाया, बल्कि वैश्विक सुरक्षा एजेंसियों को वर्षों तक छकाया। अंततः 2 मई 2011 को अमेरिका ने पाकिस्तान के एबटाबाद में उसे एक खुफिया ऑपरेशन के तहत मार गिराया।
ओसामा का जन्म 10 मार्च 1957 को सऊदी अरब के एक अमीर परिवार में हुआ था। उसके पिता कंस्ट्रक्शन के बड़े कारोबारी थे। बिन लादेन अपने माता-पिता की 17वीं संतान था और उसके 52 भाई-बहन थे। पढ़ाई में तेज ओसामा ने 1979 में किंग अब्दुल अजीज यूनिवर्सिटी, जेद्दा से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की।
17 साल की उम्र में उसने सीरियाई मूल की नजवा से लव मैरिज की। कुल मिलाकर ओसामा की छह बीवियां और 14 बच्चे थे। उसने खैरिया, सिहम, खादिजा, अमल समेत कई महिलाओं से निकाह किया और अलग-अलग समय पर बच्चों को जन्म दिया।
1979 में वह अफगानिस्तान जाकर सोवियत संघ के खिलाफ जिहाद में शामिल हुआ। यहीं से उसका जुड़ाव कट्टरपंथी संगठनों से हुआ और 1988 में उसने अल-कायदा से नाता जोड़ा। 1990 में अमेरिका की सेनाओं के सऊदी अरब में आने से नाराज होकर उसने आतंक की राह चुनी। बाद में उसे सऊदी अरब से निकाल दिया गया और वह सूडान चला गया।
1996 में वह फिर अफगानिस्तान लौटा और तालिबान से समर्थन पाया। 2001 के 9/11 हमलों के बाद अमेरिका ने उसे सबसे बड़ा आतंकवादी घोषित किया और खोज अभियान शुरू किया। 2 मई 2011 को ऑपरेशन नेपच्यून स्पीयर में अमेरिका की नेवी सील टीम ने एबटाबाद में उसके गढ़ पर हमला कर उसे मार गिराया।
उसकी मौत के बाद उसका शव समुद्र में दफना दिया गया और डीएनए से पुष्टि की गई। ऑपरेशन के दौरान उसकी पत्नी अमल और तीन बेटे भी मारे गए, जबकि अन्य परिजनों को पाकिस्तान व ईरान में गिरफ्तार किया गया।
एबटाबाद, 2 मई 2025:
कभी दुनिया भर के लिए आतंक का पर्याय बन चुका ओसामा बिन लादेन 9/11 हमलों के बाद अमेरिका की सबसे बड़ी चुनौती बन गया था। सऊदी अरब में जन्मे इस आतंकी ने न केवल वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला करवाया, बल्कि वैश्विक सुरक्षा एजेंसियों को वर्षों तक छकाया। अंततः 2 मई 2011 को अमेरिका ने पाकिस्तान के एबटाबाद में उसे एक खुफिया ऑपरेशन के तहत मार गिराया।
ओसामा का जन्म 10 मार्च 1957 को सऊदी अरब के एक अमीर परिवार में हुआ था। उसके पिता कंस्ट्रक्शन के बड़े कारोबारी थे। बिन लादेन अपने माता-पिता की 17वीं संतान था और उसके 52 भाई-बहन थे। पढ़ाई में तेज ओसामा ने 1979 में किंग अब्दुल अजीज यूनिवर्सिटी, जेद्दा से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की।
17 साल की उम्र में उसने सीरियाई मूल की नजवा से लव मैरिज की। कुल मिलाकर ओसामा की छह बीवियां और 14 बच्चे थे। उसने खैरिया, सिहम, खादिजा, अमल समेत कई महिलाओं से निकाह किया और अलग-अलग समय पर बच्चों को जन्म दिया।
1979 में वह अफगानिस्तान जाकर सोवियत संघ के खिलाफ जिहाद में शामिल हुआ। यहीं से उसका जुड़ाव कट्टरपंथी संगठनों से हुआ और 1988 में उसने अल-कायदा से नाता जोड़ा। 1990 में अमेरिका की सेनाओं के सऊदी अरब में आने से नाराज होकर उसने आतंक की राह चुनी। बाद में उसे सऊदी अरब से निकाल दिया गया और वह सूडान चला गया।
1996 में वह फिर अफगानिस्तान लौटा और तालिबान से समर्थन पाया। 2001 के 9/11 हमलों के बाद अमेरिका ने उसे सबसे बड़ा आतंकवादी घोषित किया और खोज अभियान शुरू किया। 2 मई 2011 को ऑपरेशन नेपच्यून स्पीयर में अमेरिका की नेवी सील टीम ने एबटाबाद में उसके गढ़ पर हमला कर उसे मार गिराया।
उसकी मौत के बाद उसका शव समुद्र में दफना दिया गया और डीएनए से पुष्टि की गई। ऑपरेशन के दौरान उसकी पत्नी अमल और तीन बेटे भी मारे गए, जबकि अन्य परिजनों को पाकिस्तान व ईरान में गिरफ्तार किया गया।