
भोपाल, 5 मई 2025
भोपाल में एक बुजुर्ग को दो साल बाद इंसाफ मिला, जब उन्हें अपनी पत्नी के बैंक खाते से पैसे निकालने के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी। 79 वर्षीय बाल कृष्ण विश्वकर्मा की पत्नी की 31 जनवरी 2023 को मौत हो गई थी। उनकी पत्नी के केनरा बैंक अकाउंट में ₹3,42,628 जमा थे।
जब बाल कृष्ण ने पत्नी के पैसे निकालने के लिए बैंक से संपर्क किया, तो बैंक ने उन्हें बताया कि उनकी पत्नी ने किसी को भी नॉमिनेट नहीं किया था। इसके कारण उन्हें पैसे नहीं दिए गए। इसके बाद बाल कृष्ण ने अपने बच्चों के बारे में एक एफिडेविट प्रस्तुत किया, जिसमें वह उन्हें उत्तराधिकारी घोषित कर रहे थे। लेकिन बैंक ने इस एफिडेविट को भी अस्वीकार कर दिया, क्योंकि बच्चों के पहचान संबंधी दस्तावेज़ उपलब्ध नहीं थे।
अंततः, बाल कृष्ण ने इस मामले को भोपाल जिला न्यायालय में ले जाया। दो साल की लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद, कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया। कोर्ट ने बाल कृष्ण को उनकी पत्नी के पैसे का उत्तराधिकारी मानते हुए उन्हें पैसे प्राप्त करने का आदेश दिया।
यह फैसला बुजुर्ग के लिए राहत का कारण बना, जिनकी कानूनी प्रक्रिया में लंबी परेशानी के बाद अब सफलता मिली।