National

राजनाथ सिंह से मिले जपान के रक्षा मंत्री, आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में दिया समर्थन

नई दिल्ली, 5 मई 2025

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती तनातनी के बीच जापान के रक्षा मंत्री ने भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को नई दिल्ली में वार्ता की। इस वार्ता में जिसमें दोनों नेताओं ने रक्षा संबंधों को गहरा करने और आतंकवाद सहित क्षेत्रीय सुरक्षा खतरों का मुकाबला करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

यह बैठक जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए क्रूर आतंकवादी हमले के कुछ दिनों बाद हो रही है जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। जनरल नकातानी ने पहलगाम हमले पर भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की तथा जापान का पूर्ण समर्थन देने का वादा किया। बैठक के बाद रक्षा मंत्री सिंह ने एक्स पर पोस्ट किया, “नई दिल्ली में जापान के रक्षा मंत्री जनरल नाकातानी सान से मिलकर खुशी हुई। भारत जापान के साथ विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी साझा करता है। द्विपक्षीय बैठक के दौरान हमने रक्षा सहयोग और क्षेत्रीय सुरक्षा पर चर्चा की।” उन्होंने कहा, “दोनों पक्षों ने सभी प्रकार के आतंकवाद की निंदा की तथा सीमापार खतरों से निपटने के लिए सहयोग एवं संयुक्त प्रयासों को बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।” राजनाथ सिंह ने कहा, “नकातनी सान ने पहलगाम हमले के मद्देनजर भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की और भारत को पूर्ण समर्थन देने की पेशकश की।”

द्विपक्षीय चर्चा क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों पर केंद्रित रही तथा रक्षा और रणनीतिक मामलों में सहयोग बढ़ाने के अवसरों की खोज की गई। यह बैठक नवंबर 2024 में लाओस में आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस के दौरान उनकी प्रारंभिक वार्ता के बाद छह महीने में दोनों मंत्रियों के बीच दूसरी बातचीत थी। इससे पहले दिन में, जनरल नकातानी को दिल्ली के मानेकशॉ सेंटर में औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। सिंह ने व्यक्तिगत रूप से जापानी रक्षा मंत्री का स्वागत किया और दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को गर्मजोशी से बधाई दी।

रक्षा मंत्रालय ने रेखांकित किया कि “भारत और जापान के बीच दीर्घकालिक मित्रता है, जिसने 2014 में उनकी साझेदारी को विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के रूप में बढ़ाए जाने के बाद से गुणात्मक गति प्राप्त की है। रक्षा और सुरक्षा इस संबंध के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।” मंत्रालय ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक मुद्दों पर बढ़ती अभिसरण पर भी प्रकाश डाला, विशेष रूप से हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए। मंत्रालय ने कहा, “हिंद-प्रशांत सुरक्षा पर समान दृष्टिकोण के कारण रक्षा आदान-प्रदान को बल मिला है।”

यह बैठक नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में हुई, जहां पाकिस्तान लगातार 11 दिनों से संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। भारतीय सेना के अनुसार, पाकिस्तानी सैनिकों ने 4-5 मई की रात को कुपवाड़ा, बारामूला, पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर सहित कई इलाकों में बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button