
लखनऊ, 8 मई 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को मीराबाई मार्ग स्थित स्टेट जीएसटी कार्यालय में व्यापारियों और जीएसटी अधिकारियों के बीच एक अहम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में व्यापारियों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गई और उनके समाधान के लिए सुझाव भी दिए गए।
लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा ने टैक्स दरों में समानता का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा, “जब तक टैक्स की दरें समान नहीं होंगी, तब तक किसी भी संवाद का कोई औचित्य नहीं है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि स्थानीय स्टेट टैक्स अधिकारी मनमानी कर रहे हैं और इंस्पेक्टर राज की स्थिति बनी हुई है, जिसे समाप्त किया जाना चाहिए।
संगठन के वरिष्ठ महामंत्री पवन मनोचा ने ‘एक देश, एक कर’ की नीति की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि व्यापारियों को अलग-अलग HSN कोड की जटिलता से मुक्ति मिलनी चाहिए और ‘एक ट्रेड, एक टैक्स’ प्रणाली लागू होनी चाहिए। बैठक में कई अन्य व्यापारियों ने भी अपनी समस्याएं रखीं, जिनमें बिलिंग, जीएसटी रिफंड, और निरीक्षण के नाम पर उत्पीड़न जैसे मुद्दे शामिल रहे।
इस अवसर पर स्टेट जीएसटी विभाग की ओर से अपर आयुक्त धनंजय शुक्ला, राजेश पांडे, अमरेश बजाज, एडिशनल एसआईबी सतीश मिश्रा, डीसी नीरज सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। वहीं व्यापारी संगठनों की ओर से कोषाध्यक्ष देवेंद्र गुप्ता, उपाध्यक्ष अरविंद पाठक, राजू शुक्ला, वरिष्ठ मंत्री रूबल सिंह, संगठन मंत्री कुश अरोड़ा समेत कई प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे। व्यापारियों ने उम्मीद जताई कि सरकार उनकी समस्याओं के समाधान की दिशा में शीघ्र कदम उठाएगी।