
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 24 मई 2025:
यूपी में वाराणसी जिले के कादीपुर की एक 54 वर्षीय मां ने ममता की मिसाल पेश की। वो क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) की जकड़ में तड़प रहे 21 साल के बेटे के साथ हौसला बनकर खड़ी रही वहीं अपनी एक किडनी देकर उसे नई जिंदगी भी दी। बीएचयू के सर सुंदर लाल अस्पताल में डॉक्टरों ने किडनी का सफल प्रत्यारोपण कर दिया है।
चार घण्टे तक चली जटिल सर्जरी
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सर सुंदरलाल अस्पताल में एक चार घंटे की जटिल सर्जरी ने कादीपुर में रहने वाले मां-बेटे की तकलीफ भरी कहानी को नया सुखद मोड़ दिया। प्रो. एसएन संखवार की अगुवाई में डॉक्टरों की विशेषज्ञ टीम ने मां की किडनी को बेटे के शरीर में सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किया। यह BHU का पांचवां सफल किडनी ट्रांसप्लांट था, और अब मां-बेटा दोनों स्वस्थ और खुशहाल हैं।
डॉक्टरों ने भी मां के जज्बे को सलाम किया
ऑपरेशन को अंजाम देने वाली टीम ने मां के जज्बे को सलाम किया। डॉ. संखवार ने कहा, “यह ममता का अनुपम उदाहरण है, जो न केवल भावनाओं को झकझोरता है, बल्कि समाज को अंगदान के प्रति प्रेरित भी करता है।” यह कहानी सिर्फ एक मां के त्याग की नहीं, बल्कि एक परिवार की हिम्मत और चिकित्सा विज्ञान की जीत की भी गवाही देती है।