
नई दिल्ली, 26 मई 2025
जीडीपी के मुकाबले में भारत जपान को पीछे छोड़ दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने बताया कि भारत जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और आने वाले अगले 2.5 से 3 सालों भारत जर्मनी को पीछे छोड़ तीसरे स्थान पर होगा। सुब्रह्मण्यम ने 10वीं नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल मीटिंग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मैं जब बोल रहा हूं, तब हम चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। मैं जब बोल रहा हूं, तब हम 4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था हैं और यह मेरा डेटा नहीं है। यह आईएमएफ डेटा है। आज भारत जापान से भी बड़ा है।” सुब्रह्मण्यम ने कहा, “केवल संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और जर्मनी ही इससे बड़े हैं, और यदि हम उसी पर टिके रहें, जो योजना बनाई जा रही है, जिस पर विचार किया जा रहा है, तो यह अगले 2, 2.5 से 3 वर्षों की बात है; हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे।”
आईएमएफ ने इस महीने की शुरुआत में विश्व आर्थिक परिदृश्य रिपोर्ट में कहा था कि भारत 2025 में दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, जब देश का नाममात्र जीडीपी 4,187.017 अरब डॉलर तक बढ़ जाएगा, जो जापान के 4,186.431 अरब डॉलर के जीडीपी से अधिक होगा।
भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है रिपोर्ट के अनुसार, भारत विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है तथा अगले दो वर्षों में 6 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज करने वाला एकमात्र देश है। उच्च विकास दर के कारण भारत की जीडीपी 2028 में 5,584.476 बिलियन डॉलर तक बढ़ जाएगी और वह जर्मनी को पीछे छोड़कर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी।
आईएमएफ ने 2025 में जर्मनी के लिए शून्य वृद्धि दर और 2026 में 0.9 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया है, क्योंकि वैश्विक व्यापार युद्ध के कारण यूरोपीय देशों में जर्मनी को सबसे अधिक नुकसान होने की उम्मीद है। 2028 में जर्मनी की जीडीपी 5,251.928 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है। दूसरी ओर, वैश्विक व्यापार युद्ध से जापान को भारी नुकसान होने की आशंका है, तथा 2025 और 2026 में इसकी वृद्धि दर 0.6 प्रतिशत पर स्थिर रहने की संभावना है।
विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका का सकल घरेलू उत्पाद 2025 तक 30,507.217 बिलियन डॉलर आंका गया है, जबकि दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन का सकल घरेलू उत्पाद 19,231.705 बिलियन डॉलर है। आईएमएफ की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका, जिसने दुनिया भर में टैरिफ उथल-पुथल शुरू कर दी है, की इस वर्ष जीडीपी वृद्धि धीमी होकर 1.8 प्रतिशत रहने की उम्मीद है, जो 2026 में और घटकर 1.7 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। इसी प्रकार, यूरो क्षेत्र की वृद्धि दर 2025 में धीमी होकर मात्र 0.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है, तथा उसके बाद 2026 में इसमें मामूली सुधार होकर 1.2 प्रतिशत हो जाएगा। फ्रांस में इन दो वर्षों में क्रमशः 0.6 प्रतिशत तथा 1 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है।
2025 में स्पेन के अन्य देशों से बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है, क्योंकि यह 2.5 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज करने वाला एकमात्र यूरोपीय देश है। हालांकि, 2026 में यह घटकर 1.8 प्रतिशत रह जाने की उम्मीद है। ब्रिटेन के दो वर्षों में क्रमशः 1.1 और 1.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करने की उम्मीद है।






