आगरा , 25 सितंबर 2024
उत्तर प्रदेश के आगरा में सालों पहले घर के बाहर खेल रहे एक 7 बच्चे को किडनैप (Agra Kidnapping Case) कर लिया गया था, जो अब एक सफल वकील बन चुका है. अदालत ने उनके एक किडनैपर को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. एक हफ्ते पहले आगरा के अपर जिला जज नीरज कुमार बख्शी ने दोषी के लिए सजा का ऐलान किया था.
बात साल 2007 की है, जब 7 साल का हर्ष आगरा के खेरागढ़ में अपने घर के बाहर खेल रहा था, तभी उसे किडनैप कर लिया गया. इस घटना को 17 साल बीत गए. इस लंबे समय में हर्ष गर्ग 7 साल के बच्चे से 24 साल के वकील बन चुके हैं. उन्होंने खुद कोर्ट में अपना केस सफलतापूर्वक पेश किया और अपने अपहरणकर्ताओं पर मुकदमा चलाया.
हर्ष गर्ग को 10 फरवरी 2007 को किडनैप किया गया था. जब उनके पिता रवि कुमार गर्ग ने उसको बचाने की कोशिश की तो किडनैपर्स ने उनको गोली मार दी. इसके साथ ही बच्चे को रिहा करने के बदले अपहरणकर्ताओं ने 55 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. लकिन 26 दिन बाद पुलिस ने उसे मध्य प्रदेश के शिवपुरी से बरामद कर लिया.
पुलिस ने इस मामले में गुड्डन काछी, राजेश शर्मा, राजकुमार, फतेह सिंह उर्फ छीगा, अमर सिंह, बलवीर, रामप्रकाश और भीम उर्फ भिखारी समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया था. उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई और प्रत्येक पर 1 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया. हालांकि, इस मामले में चार अन्य आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया था.