पटना, 28 मई 2025
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इन दिनों चार देशों के दौरे पर हैं, जिनमें तुर्की, अजरबैजान, ईरान और ताजिकिस्तान शामिल हैं। बताया जा रहा है कि भारत-पाक तनाव के दौरान इन्हीं देशों ने पाकिस्तान का साथ दिया था और अब शहबाज शरीफ उस एहसान को चुकाने के मिशन पर हैं। 6-7 मई की रात से लेकर 10 मई तक भारत के साथ चले तनाव में पाकिस्तान तुर्की के हथियारों और ड्रोन के दम पर मैदान में टिका रहा, हालांकि तुर्की के ड्रोन भारतीय एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम के सामने बेअसर साबित हुए।
अपने दौरे की शुरुआत शहबाज ने तुर्की से की थी और फिर ईरान होते हुए मंगलवार को अजरबैजान पहुंचे। यहां उन्होंने राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव से मुलाकात की और सोशल मीडिया पर लिखा कि लाचिन शहर में राष्ट्रपति अलीयेव से मिलकर उन्हें सम्मानित महसूस हुआ। उन्होंने हालिया भारत-पाक संघर्ष के दौरान अजरबैजान के समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और दोनों देशों के बीच गहरे संबंधों और क्षेत्रीय शांति के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
बुधवार को शहबाज शरीफ तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगन और अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ मिलकर लाचिन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे। यह हवाई अड्डा समुद्र तल से 1,800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और पहाड़ी इलाकों में चट्टानों को काटकर बनाया गया है। लाचिन अजरबैजान का सबसे ऊंचा हवाई अड्डा है, जिसका निर्माण 2021 में शुरू हुआ था और यह लाचिन शहर से 30 किलोमीटर दूर स्थित है। इसकी रनवे की लंबाई 3,000 मीटर और चौड़ाई 60 मीटर है।
26 मई को इस एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय दर्जा दिया गया, जिससे अजरबैजान में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है। इससे पहले फुजुली एयरपोर्ट को 26 अक्टूबर 2021 को और जांगिलान एयरपोर्ट को 20 अक्टूबर 2022 को एर्दोगन और अलीयेव ने संयुक्त रूप से खोला था।
अजरबैजान के राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान शहबाज शरीफ ने द्विपक्षीय, आर्थिक, रक्षा और सांस्कृतिक सहयोग पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि दोनों देश हर मोर्चे पर एक-दूसरे के साथ खड़े रहे हैं और आगे भी रहेंगे। बैठक के अंत में दोनों नेताओं ने साझेदारी को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।