
इंफाल, 28 मई 2025
लगातार तनाव और हिंसा के बीच मणिपुर में एक बार फिर सरकार को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। राष्ट्रपति शासन के अधीन मणिपुर में भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री थोकचोम राधेश्याम ने कहा है कि “सभी 44 विधायक” सरकार बनाने के लिए सहमत हो गए हैं, लेकिन अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व द्वारा लिया जाएगा। राधेश्याम ने यह बयान बुधवार को दिया, जब उन्होंने और नौ अन्य विधायकों ने इम्फाल के राजभवन में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात की।
हेरोक विधानसभा क्षेत्र के विधायक ने कहा, “सभी 44 विधायक जनता की इच्छा के अनुसार लोकप्रिय सरकार बनाने के लिए सहमत हो गए हैं। विधायक सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। हमने राज्यपाल को यह बात बता दी है। हमने (राज्य को परेशान करने वाले) मुद्दों के संभावित समाधानों पर भी चर्चा की। 10 विधायकों ने हमारे रुख को समझाने के लिए प्रतिनिधि के तौर पर राज्यपाल से मुलाकात की… अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व द्वारा लिया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “राज्यपाल ने हमारी बातों पर ध्यान दिया और हमें आश्वासन दिया कि वह लोगों के सर्वोत्तम हित में जो भी कार्रवाई होगी, वह करेंगे।”
मणिपुर में फरवरी से ही मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफ़ा देने के बाद राष्ट्रपति शासन लागू है। मई 2023 में भड़की मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा से निपटने के उनके तरीके को लेकर श्री सिंह आलोचनाओं का सामना कर रहे थे, जिसमें 260 से ज़्यादा लोगों की जान चली गई और हज़ारों लोग विस्थापित हो गए।
मणिपुर विधानसभा में कुल 60 विधायक हैं, जिनमें से एक सीट खाली है। भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में 44 विधायक हैं, जिनमें से 37 विधायक भाजपा के हैं।