मणिपुर : 2 सितंबर
मणिपुर के घाटी इलाके में रविवार को संदिग्ध उग्रवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई और एक पुलिस अधिकारी तथा मृतक महिला की नाबालिग बेटी समेत नौ अन्य घायल हो गए। सुरक्षाबलों ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। मणिपुर के पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह ने बताया कि भारी हथियारों से लैस उग्रवादियों ने पहाड़ी की चोटी से अंधाधुंध गोलीबारी की और इंफाल पश्चिम जिले के अंतर्गत कोत्रुक और पड़ोसी कडांगबंद के निचले घाटी इलाकों में बम भी फेंके। इस गोलीबारी में 31 वर्षीय महिला और एक ग्रामीण की मौत हो गई, जबकि महिला की आठ वर्षीय बेटी और एक पुलिस अधिकारी समेत नौ अन्य लोग घायल हो गए।
अधिकारी ने बताया कि संदिग्ध उग्रवादियों के अचानक हमले से तनाव और दहशत फैल गई। इसके कारण महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों समेत कई ग्रामीण सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने के लिए भाग गए। मारी गई मैतेई समुदाय की महिला की पहचान नगांगबाम सुरबाला देवी के रूप में हुई। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान (आरआईएमएस) ले जाया गया। महिला की बेटी, पुलिस अधिकारी एन. रॉबर्ट (30) और अन्य घायलों को भी आरआईएमएस और अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
जब गोलीबारी शुरू हुई तो महिला और अन्य लोग अपने घरों में थे। गोलीबारी और बम हमलों में कई घर भी क्षतिग्रस्त हो गए। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवानों की एक बड़ी टुकड़ी राज्य बलों के साथ इलाके में पहुंची और उग्रवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया।
उग्रवादियों के हमले के तुरंत बाद मणिपुर गृह विभाग ने एक बयान में कहा कि राज्य सरकार को रविवार को ड्रोन, बम और कई अत्याधुनिक हथियारों का उपयोग करके निहत्थे कोत्रुक ग्रामीणों पर हमले की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में पता चला है। इसमें कहा गया है कि कुकी उग्रवादियों ने दो लोगों की जान ले ली और कई लोगों को घायल कर दिया। “निहत्थे ग्रामीणों पर आतंक फैलाने के ऐसे कृत्यों को सरकार बहुत गंभीरता से लेती है, जबकि राज्य सरकार राज्य में सामान्य स्थिति और शांति लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।”