
बोगोटा, 30 मई 2025
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कोलंबिया सरकार की उस प्रतिक्रिया पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है, जिसमें उसने भारत की सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में हुई क्षति पर संवेदना प्रकट की थी। थरूर कोलंबिया में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं और उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आतंकवाद के पीड़ितों की बजाय हमलावर देश के लिए हमदर्दी दिखाना चिंताजनक है।
थरूर ने कोलंबियाई सरकार को याद दिलाया कि भारत ने आत्मरक्षा के अधिकार का प्रयोग किया और पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि यह निराशाजनक है कि कोलंबिया ने आतंकवादियों को शरण देने वाले देश के लिए संवेदना जताई, जबकि भारत खुद दशकों से आतंक का शिकार रहा है।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे उन देशों को सख्त संदेश दें जो आतंकियों को संरक्षण देते हैं। थरूर ने कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि कोलंबिया जैसे देश, जिन्होंने स्वयं भी आतंक का सामना किया है, भारत की स्थिति को समझेंगे और आतंकवाद के विरुद्ध स्पष्ट रुख अपनाएंगे।”
तीसरे देश की मध्यस्थता को लेकर पूछे गए सवाल पर थरूर ने स्पष्ट किया कि भारत को युद्ध में कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने कहा कि अमेरिका, फ्रांस, यूएई और सऊदी अरब जैसे देशों ने संपर्क किया था, लेकिन भारत का संदेश स्पष्ट था — यह बदला मात्र एक आतंकी हमले का था, और यदि हमले रुकते हैं तो भारत भी कार्रवाई नहीं करेगा।
शशि थरूर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न दलों के सांसद शामिल हैं, जो पहलगाम आतंकी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने के लिए 33 देशों का दौरा कर रहे हैं। यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर कठोर संदेश दिया है।






