
मॉस्को, 31 मई 2025
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच एक खास खबर सामने आई है, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उन 12 सैनिकों को करोड़पति बना दिया है, जिन्होंने कथित तौर पर अमेरिकी एफ-16 फाइटर जेट को मार गिराया। इन सैनिकों को पुरस्कार के रूप में 1.5 करोड़ रूबल (करीब 1.6 लाख डॉलर या लगभग 13.5 करोड़ रुपये) दिए गए हैं।
यह इनाम किसी सरकारी योजना या प्रमोशन के तहत नहीं दिया गया, बल्कि यह एक निजी रूसी तेल कंपनी ‘Fores’ की ओर से दिया गया है, जो युद्ध में रूस का खुलकर समर्थन कर रही है। कंपनी ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि जो भी सैनिक अमेरिकी एफ-16 को सबसे पहले गिराएगा, उसे इनाम मिलेगा। अब इस वादे को 29 मई को एक सैन्य समारोह में पूरा किया गया, जहां यह पुरस्कार आधिकारिक रूप से सैनिकों को दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अप्रैल 2025 में एक अमेरिकी एफ-16 जेट को रूस ने 40N6 लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल से यूक्रेन के कब्जे वाले इलाके में गिराया था। हालांकि रूस सरकार ने इस पर सीधी पुष्टि नहीं की है कि इनाम इसी घटना के लिए दिया गया है।
Fores कंपनी इससे पहले भी NATO देशों के टैंकों को उड़ाने वाले सैनिकों को इनाम दे चुकी है। यह रूस की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत पश्चिमी हथियारों को निशाना बनाने वाले सैनिकों को मोटी रकम दी जाती है। कंपनी अब तक ड्रोन जैमर, थर्मल साइट, मेडिकल उपकरण समेत 30 लाख डॉलर से अधिक की सामग्री युद्ध में भेज चुकी है।
यह घटना एक ओर रूस की युद्ध रणनीति को दर्शाती है, वहीं पश्चिमी देशों को एक कड़ा संदेश भी देती है कि रूस अब पारंपरिक युद्ध सीमाओं से बाहर जाकर निजी क्षेत्र की मदद से भी अपने सैनिकों का मनोबल बढ़ा रहा है।






