
नई दिल्ली, 2 जून 2025
भारत और कनाडा के बीच बने तनाव के चलते अब खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कनाडा में होने वाले आगामी 15 से 17 जून के बीच ग्रुप ऑफ 7 (G7) शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे। जानकारी अनुसार अभी तक इस सम्मेलन के लिए भारत को निमंत्रण नहीं मिला है। ऐसे में आगामी शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति पर अनिश्चितता मंडरा रही है। यदि ऐसा हुआ तो छह साल में यह पहली बार होगा जब पीएम मोदी इस समिट का हिस्सा नहीं होंगे। बता दे कि बीते साल कनाडा की धरती पर खालिस्तानी अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत के साथ कनाडा के राजनयिक संबंधों में गिरावट आई है।
सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय भारत और कनाडा के बीच तनावपूर्ण राजनयिक संबंधों और मौजूदा सुरक्षा चिंताओं के कारण लिया गया है। 15-17 जून को होने वाले शिखर सम्मेलन के लिए भारत को आधिकारिक निमंत्रण नहीं मिला है। अगर निमंत्रण मिलता भी है, तो कथित तौर पर भारत सरकार द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय सुधार होने तक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजने के लिए इच्छुक नहीं है। दक्षिण अफ्रीका, यूक्रेन और ऑस्ट्रेलिया सहित कई भाग लेने वाले देशों ने पहले ही अपनी उपस्थिति की पुष्टि कर दी है।
कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद ओटावा और नई दिल्ली के बीच संबंधों में खटास बढ़ गई। तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा भारत सरकार पर इसमें शामिल होने का आरोप लगाने के बाद इस मुद्दे ने कूटनीतिक गतिरोध को जन्म दिया, जिसे भारत ने निराधार बताते हुए दृढ़ता से नकार दिया। कनाडा के नेतृत्व में बदलाव के बावजूद, तनाव द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित करना जारी रखता है।
कनाडा की नवनिर्वाचित सरकार ने संबंधों को सुधारने में रुचि व्यक्त की है, लेकिन नई दिल्ली में सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी की किसी भी संभावित यात्रा से पहले ठोस कार्रवाई और सुरक्षा व्यवस्था पर आश्वासन होना चाहिए।






