लखनऊ, 9 जून 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ में सरकारी जमीनों से अवैध कब्जे हटाने और अवैध प्लॉटिंग पर लगाम कसने के लिए मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने सोमवार को लखनऊ के सरोजनीनगर क्षेत्र के ग्राम भेहसा और कल्ली पश्चिम का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई भी की।
एसडीएम व तहसीलदार के निलंबन की संस्तुति
सबसे पहले डॉ. जैकब भेहसा पहुंचीं, जहां उन्होंने सरकारी गाटा संख्या 1421, 1422 और 1418 पर प्रॉपर्टी डीलर द्वारा किए गए अवैध कब्जे और प्लॉटिंग की जांच की। इस संबंध में संबंधित प्रॉपर्टी डीलर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और भूमि को तत्काल कब्जा मुक्त कराने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही एसडीएम सरोजनीनगर व नगर निगम के तहसीलदार अरविंद पांडेय पर लापरवाही बरतने के आरोप में आरोपपत्र जारी करते हुए शासन को उनके निलंबन के लिए पत्र भेजने के निर्देश दिए।
भूमाफियाओं के खिलाफ दर्ज होगी एफआईआर
इसके बाद मंडलायुक्त ने ग्राम सभा कल्ली पश्चिम का दौरा किया, जहां सरकारी गाटा संख्या 1459, 1273, 1228 और 1768 पर अवैध कब्जा और निर्माण की पुष्टि हुई। उन्होंने संबंधित भूमाफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और भूमि को मुक्त कराने के निर्देश दिए। वहीं इस कार्य में लापरवाही बरतने पर ग्राम बेहसा और कल्ली पश्चिम के लेखपाल सुनील तिवारी, दीपक, कानूनगो अशोक पांडे, पाटनदीन तिवारी और नगर निगम के लेखपाल मृदुल मिश्रा एवं संदीप यादव द्वितीय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
अवैध निर्माण को तत्काल ध्वस्त करने के निर्देश
मंडलायुक्त डॉ. जैकब ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि चिन्हित सरकारी भूमि को पूरी तरह से कब्जा मुक्त कर उसे संरक्षित किया जाए। उस पर सरकारी स्वामित्व का बोर्ड लगाया जाए। यदि कब्जा हटाने के बाद दोबारा अतिक्रमण पाया जाता है, तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की जाए। मंडलायुक्त ने स्पष्ट किया कि जिन भूमाफियाओं ने अवैध रूप से प्लॉटिंग या बाउंड्री निर्माण किया है, उनके निर्माणों को तत्काल ध्वस्त किया जाए। साथ ही सरकारी भूमि के सर्वेक्षण में तेजी लाने और नियमित समीक्षा करने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए गए।