Haryana

पाकिस्तानी जासूस ज्योति मल्होत्रा को झटका, कोर्ट ने खारिज की जमानत याचिका

चण्डीगढ़, 12 जून 2025

देश से गद्दारी और पाकिस्तान से प्यार करने वाली यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। बुधवार को हरियाणा की एक स्थानीय अदालत ने जासूसी के संदेह में गिरफ्तार यूट्यूबर ​की जमानत याचिका खारिज कर दी साथ ही, कोर्ट ने उसकी न्यायिक हिरासत को  9 जून तक बढ़ा दिया। वहीं कोर्ट ने कहा कि इस मामले में अगली सुनवाई 23 जून को होगी। इससे पहले 26 मई को अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।

33 वर्षीय आरोपी को 16 मई को हरियाणा के हिसार के न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था और उसके खिलाफ सरकारी गोपनीयता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था। गिरफ्तारी के बाद अदालत ने उसे शुरू में पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया था। ज्योति वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अदालत में पेश हुईं। उनके वकील कुमार मुकेश द्वारा दायर की गई ज़मानत याचिका पर न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) सुनील कुमार ने सुनवाई की। पुलिस ने याचिका का विरोध करते हुए कहा कि जांच अभी भी जारी है।

29 मई को अधिवक्ता कुमार मुकेश ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “ज्योति मल्होत्रा ​​ने कल मुझे अपना अधिवक्ता नियुक्त किया। आज मैंने अदालत में वकालतनामा जमा कर दिया है। मैं मामले का अध्ययन करूंगा और फिर आगे टिप्पणी करूंगा।” ज्योति की जमानत पर सुनवाई के बारे में उन्होंने कहा था, “पुलिस उसके वित्तीय लेन-देन की जांच कर रही है। अगली सुनवाई पर उसकी अदालत में पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो सकती है।” ज्योति पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के साथ संवेदनशील सैन्य जानकारी साझा करने का आरोप है।

पुलिस के अनुसार, वह नवंबर 2023 से दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ ​​दानिश के संपर्क में है। दानिश को जासूसी के आरोप में भारत ने 13 मई को निष्कासित कर दिया था। हाल ही में समाचार एजेंसी आईएएनएस ने बताया कि सेवानिवृत्त पाकिस्तानी पुलिस सब-इंस्पेक्टर नासिर ढिल्लों ने आईएसआई और पाकिस्तानी सेना के मार्गदर्शन में भारतीय सेना की गोपनीय जानकारी प्राप्त करने के लिए ज्योति मल्होत्रा ​​सहित भारतीय यूट्यूबर्स से कथित तौर पर दोस्ती की।

आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, सेवानिवृत्ति के बाद ढिल्लों ने एक यूट्यूब चैनल चलाया और कथित तौर पर जासूसी गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने के लिए अपने नेटवर्क का इस्तेमाल किया।ज्योति की गिरफ़्तारी 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी जासूसों के खिलाफ़ एक बड़ी कार्रवाई का हिस्सा थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इस आतंकवादी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्यवाही करते हुए ऑपरेशन सिंदूर चलाया था।

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