
तेहरान/तेल अवीव, 15 जून 2025
इजराइल और ईरान के बीच बीते 48 घंटे से जारी युद्ध में हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। इजराइल द्वारा 13 जून की रात को ईरान पर किए गए हमलों के बाद शुरू हुई यह जंग लगातार और भीषण होती जा रही है। इजराइल ने ईरान की परमाणु सुविधाओं, रक्षा मंत्रालय, न्यूक्लियर हेडक्वार्टर और दो प्रमुख रिफाइनरी को निशाना बनाते हुए हमला किया। इसके अलावा 20 से अधिक ईरानी सैन्य अधिकारियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।
इस हमले के जवाब में ईरान ने मिसाइल और ड्रोन बैराज के ज़रिए इजराइल पर पलटवार किया। हालांकि इजराइल की एयर डिफेंस सिस्टम ने अधिकतर हमलों को इंटरसेप्ट कर लिया, लेकिन कुछ मिसाइलें तेल अवीव और अन्य शहरों में गिरने में कामयाब रहीं। इन हमलों में हाइफा के पास एक दो-मंजिला इमारत पर बैलिस्टिक मिसाइल गिरने से एक व्यक्ति की मौत और 13 लोग घायल हो गए।
इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने दावा किया है कि उसने ईरान की सिक्योरिटी चैन को काफी हद तक तबाह कर दिया है। वहीं, ईरान ने इजराइल के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर अपने जवाबी हमले को सफल बताया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक इजराइली हमलों में ईरान में 215 लोगों की मौत हो चुकी है और 648 घायल हैं। वहीं, ईरानी हमलों में इजराइल में मरने वालों की संख्या 8 पहुंच गई है, जबकि 200 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं।
तेहरान के उत्तरी हिस्सों में बड़े पैमाने पर बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीरों में इमारतों में लगी आग और मलबे का अंबार देखा जा सकता है। क्षेत्रीय विश्लेषकों का मानना है कि यह संघर्ष केवल इन दो देशों तक सीमित नहीं रहेगा और इससे पश्चिम एशिया में गंभीर अस्थिरता पैदा हो सकती है। दुनिया भर के देश युद्ध विराम की अपील कर रहे हैं, लेकिन दोनों पक्ष पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।






