
लखनऊ, 21 जून 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी क्षेत्र में एक हाई-प्रोफाइल विदेशी सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस और विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) की संयुक्त कार्रवाई में ओमेक्स न्यू हजरतगंज के एक फ्लैट से दो उज्बेकिस्तानी महिलाओं को पकड़ा गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि ये महिलाएं भारत में अवैध रूप से रह रही थीं। अपनी पहचान छुपाने के लिए प्लास्टिक सर्जरी का सहारा लिया था।
बिना दस्तावेज रह रही थीं विदेशी महिलाएं
एफआरआरओ और सुशांत गोल्फ सिटी थाना पुलिस ने फ्लैट पर छापा मारा, जहां दो विदेशी महिलाएं आपत्तिजनक हालत में पाई गईं। उनके पास न तो पासपोर्ट था और न ही वीजा। पूछताछ में उन्होंने खुद को उज्बेकिस्तान का नागरिक बताया। दोनों महिलाओं की पहचान होलिडा और निलोफर के रूप में हुई है।

प्लास्टिक सर्जरी करने वाले डॉक्टर समेत दो अन्य के खिलाफ केस
पुलिस सूत्रों के अनुसार महिलाओं ने पूछताछ में खुलासा किया कि उनकी मुलाकात लखनऊ के प्लास्टिक सर्जन डॉ. विवेक गुप्ता से हुई थी। डॉक्टर ने मोटी रकम लेकर उनकी प्लास्टिक सर्जरी की और पहचान पत्र के बिना रहने में मदद की। रैकेट में एक अन्य व्यक्ति त्रिजिन राज उर्फ अर्जुन राणा की भी भूमिका सामने आई है, जिसने न सिर्फ उन्हें शरण दी बल्कि रैकेट के संचालन में मदद भी की। वह खुद को पत्रकार बताता था।
रैकेट की सरगना उज्बेकिस्तान से है फरार
पुलिस के मुताबिक इस रैकेट की सरगना लोयोला उज्बेकिस्तान की नागरिक है। उसके खिलाफ वहां की सरकार ने लुकआउट नोटिस जारी किया था। जानकारी के मुताबिक वह चोरी-छिपे भारत पहुंची और यहां त्रिजिन राज से शादी कर ली। वह लंबे समय से लखनऊ में रहकर रैकेट का संचालन कर रही थी।
डॉक्टर के क्लीनिक पर भी जांच
पुलिस और एफआरआरओ की टीम डॉ. विवेक के क्लीनिक अहिमामऊ, सुल्तानपुर रोड और पत्रकारपुरम, गोमतीनगर स्थितक क्लीनिक की भी जांच कर रही है। पूछताछ में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि अब तक कितने विदेशी नागरिकों की पहचान छुपाने के लिए सर्जरी की गई है।
डॉ. विवेक गुप्ता, त्रिजिन राज उर्फ अर्जुन राणा और अन्य आरोपियों के खिलाफ विदेशी अधिनियम, पहचान छुपाने, और अन्य आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि जांच जारी है।






