
लखनऊ, 25 जून 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित छोटा इमामबाड़ा में मंगलवार देर रात शिया समुदाय के लोगों ने ईरान की हालिया सैन्य सफलता का जश्न मनाते हुए अमेरिका और इजराइल के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास अगुवाई में प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका और इजराइल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दोनों देशों के झंडों को पैरों तले रौंदा और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तथा इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तस्वीरें जलाकर नाराजगी जताई।

मौलाना यासूब अब्बास ने इस अवसर पर कहा कि ईरान की जीत कोई संयोग नहीं, बल्कि “अल्लाह के भरोसे लड़ी गई जंग का नतीजा है।” उन्होंने दावा किया कि सीजफायर ईरान की शर्तों पर हुआ है और यह इस बात का प्रमाण है कि अब अमेरिका और इजराइल नहीं, बल्कि ईरान असली ‘सुपर पावर’ है।
उन्होंने कहा, “इस युद्ध से पहले लोगों को भ्रम था कि इजराइल अजेय है। उसके पास आयरन डोम, आधुनिक हथियार और तकनीकी बढ़त है। लेकिन ईरान के हमले ने सारे भ्रम तोड़ दिए। इजराइल रेत का ढेर साबित हुआ।”
मौलाना ने यह भी कहा कि इजराइली नेतृत्व हमेशा दावा करता था कि उनका हर नागरिक सैनिक है लेकिन जब ईरान ने हमला किया तो वहां के आम लोग सड़कों पर रोते और बंकरों में जगह ढूंढते नजर आए। प्रदर्शन शांतिपूर्वक संपन्न हुआ, हालांकि सुरक्षा एजेंसियां पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए रहीं।







