
बаку | 27 जून 2025
ईरान और इजराइल के बीच हालिया युद्ध थमते ही अजरबैजान डैमेज कंट्रोल मोड में आ गया है। शुक्रवार को अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने ईरानी राष्ट्रपति से फोन पर बातचीत की और स्पष्ट किया कि उनके देश ने इजराइल की किसी भी सैन्य कार्रवाई में सहयोग नहीं किया। उन्होंने यह भी कहा कि अजरबैजान पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं।
मैहर न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, युद्ध के दौरान आरोप लगे थे कि इजराइली ड्रोन ने ईरान पर हमले के लिए अजरबैजान के एयरस्पेस का इस्तेमाल किया। इसके साथ ही अजरबैजान पर इजराइल को तेल बेचने के भी आरोप लगाए गए थे। हालांकि, अजरबैजान सरकार ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
अलीयेव ने बातचीत में कहा कि उनका देश अपने वायु क्षेत्र पर पूरा नियंत्रण रखता है और जो भी रिपोर्ट्स चल रही हैं, वो वास्तविकता से परे हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच कर ईरान को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
गौरतलब है कि जब 21 मुस्लिम देशों ने इजराइल के खिलाफ संयुक्त बयान जारी किया था, तब अजरबैजान ने उस पर हस्ताक्षर नहीं किए थे, जिससे ईरान की नाराजगी और बढ़ गई थी। अब अजरबैजान मुस्लिम एकता और भाईचारे की बात करते हुए रिश्तों को सुधारने की कोशिश कर रहा है।
विश्लेषकों के अनुसार, अजरबैजान की यह पहल इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उसे ईरानी समर्थित प्रॉक्सी समूहों से खतरा महसूस हो रहा है। 2012 से 2016 के बीच ईरान समर्थित हिजबुल्ला ने अजरबैजान में कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया था। इसके अलावा, ईरान ने हाल ही में अजरबैजान-तुर्किए कॉरिडोर को भी रोक दिया था, जिससे दोनों देशों के संबंधों में और तनाव पैदा हो गया है।






