जम्मू, 30 जून 2025 —
देश की सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक यात्राओं में से एक अमरनाथ यात्रा इस वर्ष 3 जुलाई से शुरू होने जा रही है। लाखों श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन को निकलेंगे, जिनकी सुरक्षा के लिए इस बार प्रशासन ने खास तैयारियां की हैं। जम्मू से लेकर पवित्र गुफा तक, हर मोर्चे पर सुरक्षा को मजबूत किया गया है।
यात्रा से ठीक पहले, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने उधमपुर में सुरक्षा बलों के साथ मिलकर मॉक ड्रिल आयोजित की। इस अभ्यास का उद्देश्य किसी भी आपात स्थिति में सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय और त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना था। CRPF और पुलिस बलों ने इस मॉक ड्रिल में भाग लिया। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) पर अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है, जहां K-9 (डॉग स्क्वॉड) यूनिट्स को भी सक्रिय किया गया है।
CRPF ने इस वर्ष सुरक्षा को लेकर बहुस्तरीय व्यवस्था लागू की है। उधमपुर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी गई है, ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके। अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था 2 जुलाई को जम्मू बेस कैंप से रवाना होगा। श्रद्धालु दो मुख्य मार्गों—बालटाल और पहलगाम—से बाबा बर्फानी के दर्शन को गुफा तक पहुंचेंगे।
जम्मू के डिप्टी कमिश्नर सचिन कुमार वैश्य ने बताया कि यात्रा को लेकर प्रशासन पूरी तरह तैयार है। सरस्वती धाम में टोकन वितरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे भारी संख्या में आएं, प्रशासन उन्हें हर सुविधा देने को तैयार है।
सुरक्षा के अलावा मौसम और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं को ध्यान में रखते हुए सेना, पुलिस, CRPF और SDRF ने मिलकर संयुक्त मॉक लैंडस्लाइड ड्रिल भी की। इससे यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर स्तर पर अमरनाथ यात्रा सुरक्षित, व्यवस्थित और शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो।