नई दिल्ली | 30 जून 2025
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। पार्टी नेतृत्व ने दिल्ली में लगातार तीसरे दिन संगठनात्मक बैठकों का दौर जारी रखा है। सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, हिमाचल और तेलंगाना जैसे राज्यों में सोमवार को नए प्रदेश अध्यक्षों के लिए नामांकन दाखिल किए जाएंगे और 1 जुलाई को इन नामों का ऐलान भी किया जा सकता है। हालांकि उत्तर प्रदेश को लेकर पार्टी अभी भी असमंजस में है।
बीजेपी के संविधान के मुताबिक, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तब तक नहीं हो सकता जब तक 50 फीसदी से ज्यादा राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में संगठनात्मक चुनाव पूरे न हों। देश के 37 राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों में से 19 में संगठन चुनाव जरूरी हैं। अब तक 14 राज्यों में यह प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश की स्थिति खास है। मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी का कार्यकाल खत्म हो चुका है और उनकी जगह नया चेहरा तय नहीं हो पाया है। यूपी को लेकर बीजेपी की रणनीति है कि पार्टी संगठन की कमान किसी ओबीसी या दलित चेहरे को सौंपी जाए, क्योंकि सरकार की बागडोर सवर्ण समुदाय (योगी आदित्यनाथ – ठाकुर) के हाथों में है। लोकसभा चुनाव में इन वर्गों का वोट बैंक कमजोर हुआ है, जिससे पार्टी संतुलन बनाना चाहती है।
महाराष्ट्र में कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र चव्हान को फुल टाइम अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना है, जबकि उत्तराखंड, हिमाचल और तेलंगाना में भी नए चेहरों के नामों पर अंतिम विचार किया जा रहा है। पश्चिम बंगाल में मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को केंद्रीय मंत्री बनाए जाने के बाद पार्टी एक महिला चेहरे की तलाश में है जो ममता बनर्जी को कड़ी टक्कर दे सके।
बीजेपी चाहती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी विदेश दौरे से पहले सभी प्रदेश अध्यक्षों के नाम तय कर लिए जाएं, ताकि राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव समय पर हो सके। नहीं तो बिहार विधानसभा चुनाव तक यह प्रक्रिया टल सकती है।