
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 8 जुलाई 2025:
11 जुलाई को रिलीज होने वाली फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ विवादों में घिर गई है। वाराणसी के मुफ्ती मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी ने पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल को पत्र लिखकर फिल्म की रिलीज पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। मौलाना का दावा है कि यह फिल्म सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ सकती है और शांति व्यवस्था के लिए खतरा है, क्योंकि यह ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे पर आधारित है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना और पैगंबर हजरत मोहम्मद के संदर्भ में आपत्तिजनक सामग्री तथा ज्ञानवापी से जुड़े झूठे दृश्य दिखाए गए हैं।
न्यायाधीन मामले और रिलीज की तारीख पर भी आपत्ति
मौलाना नोमानी ने ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज पर गहरी चिंता जताई है क्योंकि ज्ञानवापी मामला अभी सुप्रीम कोर्ट और वाराणसी जिला अदालत में विचाराधीन है, और फिल्म का रिलीज होना सांप्रदायिक तनाव बढ़ा सकता है। उन्होंने फिल्म के ट्रेलर और प्रचार सामग्री को भड़काऊ बताते हुए, सावन और जुम्मा के दिन इसकी रिलीज पर विशेष आपत्ति दर्ज की है, जिसे उन्होंने सामाजिक सौहार्द और कानून व्यवस्था के लिए सीधा खतरा बताया।
पुलिस कमिश्नर को सौंपे पत्र में उनकी पाँच मुख्य आपत्तियां हैं: ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े झूठे/भड़काऊ दृश्य, पैगंबर हजरत मोहम्मद के संदर्भ में आपत्तिजनक सामग्री, समानता के अधिकार का उल्लंघन, सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना, और सावन/जुम्मा के दिन रिलीज से कानून-व्यवस्था बिगड़ने का खतरा।
मौलाना ने मांग की है कि फिल्म के निर्माता, निर्देशक और प्रदर्शकों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही, उन्होंने जिला प्रशासन से शहर में विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है।