
मुंबई, 15 जुलाई 2025 –
महाराष्ट्र की राजनीति में एक मुलाकात ने नए सियासी समीकरणों की चर्चा को जन्म दे दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने विधान भवन में मानसून सत्र के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता प्रवीण दरेकर से बातचीत की और मजाकिया लहजे में उन्हें शिवसेना में लौटने का न्योता दिया।
प्रवीण दरेकर, जो कभी शिवसेना के कट्टर कार्यकर्ता माने जाते थे, अब भाजपा के विधान परिषद सदस्य हैं। सोमवार को विधान भवन परिसर में हुई इस मुलाकात में उद्धव ठाकरे ने कहा, “अगर आप सच में मराठी हित के लिए काम कर रहे हैं, तो आपको हमारी पार्टी में वापस आ जाना चाहिए।” इस पर प्रवीण दरेकर ने भी मुस्कराते हुए जवाब दिया, “ज़रूर, आइए फिर से हम सब एक साथ आएं।”
हालांकि बातचीत अनौपचारिक और निजी थी, लेकिन इसके राजनीतिक मायने तलाशे जा रहे हैं। दरेकर ने खुद को बाल ठाकरे का सच्चा शिवसैनिक बताया और कहा कि उनकी निष्ठा पर कोई सवाल नहीं उठा सकता।
गौरतलब है कि प्रवीण दरेकर ने साल 2005 में शिवसेना छोड़कर राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) का दामन थामा था। 2009 में मनसे के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन 2014 में हार के बाद उन्होंने 2015 में मनसे से नाता तोड़ लिया और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। तब से वे भाजपा में सक्रिय हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुलाकात और बयानबाज़ी महाराष्ट्र में आगामी चुनावों से पहले संभावित गठजोड़ या समीकरण बदलने का संकेत हो सकते हैं।
जहां एक ओर शिवसेना (उबाठा) मराठी अस्मिता को लेकर मुखर है, वहीं भाजपा के साथ उसकी तल्खी किसी से छुपी नहीं है। ऐसे में यदि दरेकर जैसे पुराने शिवसैनिक वापसी करते हैं तो यह दोनों दलों की सियासी रणनीति में बड़ा मोड़ ला सकता है।