
जालंधर | 16 जुलाई 2025
दुनिया के सबसे उम्रदराज मैराथन धावक माने जाने वाले 114 वर्षीय फौजा सिंह की सड़क हादसे में मौत के बाद पंजाब पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई की है। जालंधर जिले के करतारपुर सब-तहसील के दासूपुर गांव निवासी 32 वर्षीय आरोपी अमृतपाल को हादसे के 30 घंटे बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने उस पर लापरवाही से वाहन चलाने और गैर-इरादतन हत्या की धाराओं में मामला दर्ज किया है।
फौजा सिंह सोमवार सुबह ब्यास गांव में रोज की तरह टहलने निकले थे, तभी एक तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर गाड़ी ने उन्हें टक्कर मार दी। गंभीर चोट लगने के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना के बाद आरोपी अपनी गाड़ी समेत मौके से फरार हो गया था, जिसे पुलिस ने मंगलवार देर रात उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।
फौजा सिंह अपने अनुशासन, फिटनेस और जज्बे के लिए दुनियाभर में पहचाने जाते थे। उन्होंने 89 साल की उम्र में मैराथन दौड़ना शुरू किया था और लंदन, न्यूयॉर्क, टोरंटो और हांगकांग जैसी अंतरराष्ट्रीय मैराथनों में भाग लेकर कीर्तिमान स्थापित किया था। साल 2012 के लंदन ओलंपिक में उन्हें रानी एलिजाबेथ द्वितीय ने भी सम्मानित किया था।
उनकी जीवनी ‘द टर्बन्ड टॉरनेडो’ लिखने वाले पंजाब के पूर्व सूचना आयुक्त खुशवंत सिंह ने उनकी मौत पर गहरा दुख जताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “मेरा टर्बन्ड टॉरनेडो अब नहीं रहा। मेरे प्यारे फौजा, आपकी आत्मा को शांति मिले।”
पुलिस अब आगे की जांच में जुटी है, जबकि देश-विदेश से लोगों ने इस महान एथलीट को श्रद्धांजलि दी है। उनकी प्रेरणादायक जिंदगी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल बनकर रह जाएगी।