
लखनऊ, 22 जुलाई 2025:
यूपी के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के खिलाफ बिजली विभाग के कर्मचारियों का आक्रोश मंगलवार को लखनऊ में खुलकर सामने आया। मुरादाबाद में एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान बिजली गुल होने पर पांच इंजीनियरों के निलंबन से नाराज बिजलीकर्मियों ने लखनऊ में मंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन किया।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में बिजलीकर्मी शामिल हुए। मंत्री आवास के बाहर इस्तीफा दो-इस्तीफा दो के नारे लगाए और कर्मचारियों ने मंत्री से मिलने की जिद की। उधर, ऊर्जा मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से मिलने को तैयार नहीं थे जिससे नाराजगी और बढ़ गई।
करीब दो घंटे के बाद ऊर्जा मंत्री पुलिस सुरक्षा में घर से बाहर आए और गाड़ी में बैठ गए। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों से मिलने के लिए तैयार था, लेकिन कोई प्रतिनिधि नहीं आया। कुछ अवांछित तत्व मिलने की कोशिश कर रहे थे, जिससे स्थिति उपयुक्त नहीं थी।
बिजलीकर्मियों का विरोध मुख्यतः विभाग के संभावित निजीकरण को लेकर है। इस पर मंत्री शर्मा ने कहा कि निजीकरण का फैसला मुख्यमंत्री के निर्देश पर लिया गया है। हमारी प्राथमिकता जनता के हित में काम करना है। उधर, संघर्ष समिति का आरोप है कि सरकार संवाद से भाग रही है। समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने आरोप लगाया कि सरकार कर्मचारियों की बात सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द समाधान नहीं निकला, तो प्रदेशव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा।