
नई दिल्ली, 12 अगस्त 2025 –
केंद्र की मोदी सरकार इस समय देश के भीतर और बाहर से तीखे हमलों का सामना कर रही है। विपक्ष SIR और वोट चोरी के मुद्दे पर हमलावर है, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ और सीजफायर के मसलों पर लगातार दबाव बना रहे हैं। इन परिस्थितियों में कुछ ही महीनों में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव सरकार के लिए बड़ी परीक्षा साबित होंगे।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर बीजेपी बिहार में जीत दर्ज करती है तो SIR और वोट चोरी जैसे मुद्दे विपक्ष के लिए कमजोर पड़ सकते हैं, जैसा पहले CAA-NRC, अनुच्छेद 370 और UCC पर हुआ था। हालांकि, यह जीत आसान नहीं होगी क्योंकि NDA को सत्ता विरोधी लहर, बढ़ते अपराध के मामले और तेजस्वी यादव जैसे विपक्षी नेताओं के आक्रामक हमलों का सामना करना पड़ेगा।
उधर, अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर भी चुनौतियां कम नहीं हैं। टैरिफ पर अमेरिका के सामने न झुकने और सीजफायर मुद्दे को राष्ट्रहित से जोड़ने की रणनीति बीजेपी के राष्ट्रवाद वाले एजेंडे को मजबूत कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय मंत्री स्पष्ट कर चुके हैं कि हर निर्णय देशहित में ही लिया जाएगा। अब बिहार चुनाव के नतीजे तय करेंगे कि मोदी सरकार इस तीन तरफा हमले से सफलतापूर्वक निकल पाती है या नहीं।






