
नई दिल्ली, 13 अगस्त 2025
स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों के तहत आयोजित फुल ड्रेस रिहर्सल ने मंगलवार सुबह दिल्ली की यातायात व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया। सुबह 4 बजे से 10 बजे तक दिल्ली के सभी बॉर्डरों पर कमर्शियल वाहनों की एंट्री पूरी तरह से रोक दी गई, जिसके चलते चिल्ला बॉर्डर, डीएनडी फ्लाईवे, कालिंदी कुंज और यमुना एक्सप्रेसवे पर ट्रकों और बसों की लंबी कतारें लग गईं।
पुलिस और यातायात विभाग ने सुरक्षा कारणों से यह कदम उठाया था। चिल्ला बॉर्डर से आने वाले ट्रकों को यूटर्न लेकर नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के रास्ते भेजा गया। डीएनडी फ्लाईवे और कालिंदी कुंज से आने वाले वाहनों को भी इन्हीं वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए। यमुना एक्सप्रेसवे से दिल्ली की ओर आने वाले वाहनों को परी चौक, सूरजपुर और दादरी होते हुए ईस्टर्न पेरिफेरल से प्रवेश दिया गया।
इस रोक का असर बस सेवाओं पर भी पड़ा। चिल्ला बॉर्डर पर दिल्ली जाने वाली बसों से यात्रियों को उतारकर यात्रा बीच में ही रोक दी गई। अचानक यात्रा बाधित होने से लोग निजी साधनों का सहारा लेने को मजबूर हुए, जबकि मौके पर मौजूद ऑटो चालकों ने मनमाने किराए वसूलने शुरू कर दिए, जिससे यात्रियों की परेशानी और बढ़ गई।
दिल्ली यातायात पुलिस ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले और आसपास के क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए 10,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी और 3,000 यातायात पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि यह व्यवस्था केवल रिहर्सल और 14 अगस्त की रात 10 बजे के बाद 15 अगस्त तक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लागू रहेगी।
यातायात पुलिस ने यात्रियों से अपील की है कि वे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें और सुरक्षा व्यवस्था में सहयोग दें, ताकि स्वतंत्रता दिवस समारोह शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो सके।