
लखनऊ, 13 अगस्त 2025
उत्तर प्रदेश की राजनीति में बुधवार का दिन ऐतिहासिक होने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में राज्य विधानसभा 24 घंटे लगातार चलेगी। यह विशेष सत्र सुबह 11 बजे शुरू होकर अगले दिन यानी 14 अगस्त की सुबह 11 बजे तक बिना किसी ब्रेक के जारी रहेगा। इसे ‘यूपी 2047 विजन डॉक्यूमेंट’ चर्चा सत्र नाम दिया गया है, जिसमें प्रदेश के विकास के भविष्य को लेकर विस्तृत विचार-विमर्श होगा।
इतनी लंबी अवधि तक सदन चलाना चुनौतीपूर्ण है, इसलिए योगी सरकार ने मंत्रियों और विधायकों के लिए विशेष ड्यूटी रोस्टर तैयार किया है। बुधवार शाम 6 बजे से गुरुवार सुबह 11 बजे तक 28 मंत्रियों की मौजूदगी सुनिश्चित की जाएगी। सबसे दिलचस्प हिस्सा तड़के 3 बजे से सुबह 6 बजे का है, जब आठ मंत्री ड्यूटी पर रहेंगे—अनिल राजभर, गिरीश चंद्र यादव, बलदेव सिंह औलख, दिनेश खटिक, संजीव गोंड, रामकेश निषाद, मनोहर लाल ‘मन्नू कोरी’ और के.पी. मलिक। इस दौरान सिर्फ एक शिफ्ट दो घंटे की होगी, बाकी सभी शिफ्ट तीन-तीन घंटे की तय की गई हैं।
चर्चा की शुरुआत विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विधान परिषद में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य करेंगे। इसमें सदस्य 2047 में यूपी की संभावित तस्वीर और आवश्यक योजनाओं पर अपने विचार रखेंगे। सरकार का उद्देश्य है कि यह चर्चा भविष्य की नीतियों के लिए रोडमैप तैयार करे।
विपक्ष ने इस पहल की आलोचना करते हुए इसे “सिर्फ सुर्खियां बटोरने का तरीका” बताया। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने कहा कि बीजेपी जनता के मुद्दों पर ठोस काम करने के बजाय शोपीस कार्यक्रमों में व्यस्त है। कांग्रेस के कमाल अख्तर ने भी इसे “वादों और झूठ की राजनीति” करार दिया।
फिर भी, यूपी की विधानसभाई इतिहास में 24 घंटे का यह सतत सत्र एक मिसाल के तौर पर दर्ज होगा, जो राज्य के भविष्य की दिशा तय करने का प्रयास करेगा।






