
नई दिल्ली, 14 अगस्त 2025
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुखपत्र ऑर्गेनाइजर ने भारत और अमेरिका के बीच चल रहे टैरिफ विवाद को लेकर अमेरिका पर तीखा हमला बोला है। संपादकीय में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों को लोकतंत्र के नाम पर तानाशाही और आतंकवाद फैलाने वाला बताया गया है। लेख में आरोप लगाया गया है कि अमेरिका स्वतंत्रता और लोकतंत्र का मुखौटा पहनकर वैश्विक स्तर पर आतंकवाद और तानाशाही को बढ़ावा दे रहा है।
संपादकीय के अनुसार, व्यापार युद्ध और टैरिफ जैसे आर्थिक हथियार अब संप्रभु देशों की स्वतंत्रता में हस्तक्षेप और उन्हें कमजोर करने के साधन बन चुके हैं। इसमें संयुक्त राष्ट्र (यूएन) और विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) को अप्रासंगिक और अक्षम बताते हुए नव-औपनिवेशकों व उनके घरेलू एजेंटों द्वारा भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण को दबाने की सुनियोजित कोशिशों की आलोचना की गई है। लेख में कहा गया है कि आर्थिक अस्थिरता, सैन्य टकराव, तकनीकी एकाधिकार और पर्यावरण संकट से जूझ रही दुनिया भारत से समाधान की उम्मीद कर रही है, जो भारतीय मूल्यों पर आधारित सतत, न्यायपूर्ण और समावेशी मॉडल से संभव है।
ऑर्गेनाइजर ने दावा किया कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जिस उदारवादी विश्व व्यवस्था को स्थायी समझा गया था, वह अब टूट रही है और दुनिया संघर्ष व अराजकता की ओर बढ़ रही है। एकध्रुवीय विश्व व्यवस्था के पतन के बीच संपादकीय ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ को वैश्विक शांति की कुंजी बताते हुए स्वधर्म, स्वदेशी और स्वराज की भावना को पुनर्जीवित करने का आह्वान किया है।