
आशुतोष तिवारी
सुल्तानपुर, 19 अगस्त 2025 :
सुल्तानपुर जिले में बरौसा से 84 आश्रम तक 5 करोड़ 80 लाख से प्रस्तावित सड़क निर्माण से पहले सुर्खियों में आ गई है। दरअसल यहां के भाजपा के सहयोगी दल निषाद पार्टी से सदर विधायक राज प्रसाद उपाध्याय ने घटिया निर्माण का आरोप लगाया तो विभाग के अधिशासी अभियंता ने कहा, काम शुरू नहीं हुआ तो गुणवत्ता का सवाल कैसा। वहीं कार्यदाई संस्था की महिला निदेशक ने विधायक पर 25 लाख की रंगदारी मांगने साइट पर बवाल करने के आरोप लगाते हुए सीएम से शिकायत की बात कही है। फिलहाल विधायक ने रंगदारी के आरोपों को खारिज किया है।
बता दें कि बरौसा से आश्रम तक बनने वाली सड़क निर्माण को लेकर सदर विधायक राज प्रसाद उपाध्याय पर कॉन्ट्रैक्टर से 25 लाख रंगदारी मांगने का आरोप लगा था। इस मामले में पीडब्लूडी के अधिशासी अभियंता अरुण कुमार ने कहा कि सड़क निर्माण का कार्य अभी शुरू ही नहीं हुआ है। इसलिए गुणवत्ता की जांच का प्रश्न ही नहीं उठता। उन्होंने बताया कि अभी तक कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है। सदर विधायक राज प्रसाद उपाध्याय ने रंगदारी के आरोपों को खारिज करते हुए मीडिया से कहा कि वे सड़क निर्माण की गुणवत्ता की जांच के लिए गए थे। विधायक के अनुसार, कुछ लोग जल्दबाजी में काम करके निकलना चाहते थे। उन्होंने कहा कि नियमों के विपरीत गड्ढा खोदकर काम किया जा रहा था, जबकि पहले रोलिंग होनी चाहिए।
वहीं सिद्धार्थ इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड की डायरेक्टर शशि सिंह ने आरोप लगाया है कि स्थानीय विधायक ने उनसे 25 लाख रुपए की रिश्वत मांगी। काम को पूरा करने की समय सीमा एक वर्ष है। शशि सिंह के अनुसार, एक महीने पहले उनका बॉन्ड बना है। 15 अगस्त को कंपनी ने अपना स्टाफ काम शुरू करने के लिए भेजा। 16 अगस्त को जैसे ही चौड़ीकरण का काम शुरू हुआ, विधायक अपने समर्थकों के साथ 10 गाड़ियों में वहां पहुंचे। उन्होंने कर्मचारियों के साथ गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। विधायक के समर्थकों ने साइट पर तोड़फोड़ की। ट्रक ड्राइवर के साथ मारपीट की। कंपनी के मैनेजर अनिल वर्मा का मोबाइल छीन लिया। साइट पर रखे डेढ़ लाख रुपए भी ले गए। शशि सिंह ने बताया कि उनकी सास वर्तमान में कुड़वार की ब्लॉक प्रमुख हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है। कहा कि घटना का वीडियो रिकॉर्डिंग भी उनके पास मौजूद है।