
नई दिल्ली, 20 अगस्त 2025
व्हाट्सऐप यूजर्स की प्राइवेसी को लेकर नई बहस छिड़ गई है। पेटीएम फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि व्हाट्सऐप ग्रुप में मौजूद एआई आपकी चैट पढ़ सकता है। उनके इस दावे के बाद करोड़ों यूजर्स की प्राइवेसी पर सवाल खड़े हो गए। हालांकि व्हाट्सऐप ने इस दावे को गलत बताया है और साफ कहा है कि Meta AI केवल वही जानकारी पढ़ता है जिसे यूजर खुद साझा करता है।
विजय शेखर शर्मा ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा कि ग्रुप चैट में एआई आपकी बातचीत तक पहुंच सकता है। उन्होंने एक स्क्रीनशॉट साझा कर यूजर्स को ‘Advanced Chat Privacy’ फीचर ऑन करने की सलाह दी, जो डिफॉल्ट रूप से बंद रहता है। शर्मा का कहना है कि इस फीचर को ऑन करने से यूजर्स अपनी चैट और मीडिया को अधिक सुरक्षित रख सकते हैं।
इस दावे पर व्हाट्सऐप ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। कंपनी ने कहा कि Meta AI अपने आप सक्रिय नहीं होता। यह तभी ऑन होता है जब यूजर सीधे उसे मैसेज करे या किसी चैट में उसे इनवोक करे। साथ ही, व्हाट्सऐप ने दोहराया कि सभी मैसेज डिफॉल्ट रूप से एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं और उन्हें केवल भेजने वाला और प्राप्त करने वाला ही पढ़ सकता है।
वहीं, ‘Advanced Chat Privacy’ फीचर को ऑन करने के बाद यूजर्स को तीन फायदे मिलते हैं – ग्रुप में कोई भी मीडिया सेव नहीं कर सकता, कोई भी चैट एक्सपोर्ट नहीं कर सकता और @Meta AI को मैसेज समरी बनाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
इस विवाद के बाद जहां कुछ यूजर्स शर्मा की चेतावनी को गंभीर मान रहे हैं, वहीं कई लोग व्हाट्सऐप के स्पष्टीकरण को भरोसेमंद मान रहे हैं। हालांकि, यह बहस साफ करती है कि डिजिटल चैटिंग के इस दौर में प्राइवेसी को लेकर लोगों की चिंताएं लगातार बढ़ रही हैं।






