
लखनऊ, 6 सितंबर 2025:
शादी के बंधन को आमतौर पर जन्मों का साथ माना जाता है लेकिन यूपी की राजधानी लखनऊ में बुजुर्ग गुरु प्रसाद (71) और उनकी पत्नी रमदेई (65) की आधी सदी पुरानी शादी का अंत हो गया। अदालत ने 50 साल पुराने इस रिश्ते को खत्म करते हुए तलाक का फैसला सुनाया।
लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र काकोरी के कटौली गांव के रहने वाले गुरु प्रसाद का विवाह वर्ष 1975 में पड़ोस के मलिहाबाद के ग्राम ईशापुर की निवासी रमदेई के साथ हुआ था। शुरुआती साल खुशहाल बीते लेकिन संतान न होने और आपसी मनमुटाव ने रिश्ते में दरार डाल दी। वर्ष 1990 में रमदेई अपने मायके चली गईं और फिर कभी ससुराल वापस नहीं लौटीं।
करीब 35 साल अलग रहने के बाद मामला अदालत तक पहुंचा। कई बार समझौते की कोशिश हुई, मगर सफल न हो सकी। 26 मार्च 2025 को पारिवारिक न्यायालय ने हिंदू विवाह अधिनियम के तहत दोनों का तलाक मंजूर कर लिया।
रमदेई ने का कहना है कि वे बुढ़ापे में पूरी तरह अकेली हो गई हैं। न सहारा मिला, न आर्थिक मदद। वहीं उनके भाई ने आरोप लगाया कि गुरु प्रसाद ने बहन को जायदाद से भी वंचित रखा। यह मामला समाज के लिए एक अनोखी मिसाल है कि कैसे लंबा वैवाहिक बंधन भी टूट सकता है और बुढ़ापे में अकेलापन कितना भारी पड़ सकता है।