
मयंक चावला
आगरा, 8 सितंबर 2025 :
यूपी के आगरा जिले में सरकार की कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य ने किसानों की समस्या निस्तारण के लिए बैठक बुलाई थी। वो इंतजार करती रहीं लेकिन 12 बजे तक अफसर नहीं आये तो वो नाराज होकर चली गईं। जाते-जाते मीडिया से कहा कि बेलगाम अफसरों की शिकायत सीएम से करेंगीं। उधर इस मामले से नाराज किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया और अफसरों के खिलाफ नारेबाजी की। किसान नेता ने आरोप लगाया कि आईएएस सरकार की छवि खराब कर रहे हैं।
दरअसल आगरा जिला मुख्यालय स्थित विकास भवन में कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य किसानों की समस्याओं को सुनने विकास भवन पहुंचीं थीं। इस मकसद से बुलाई गई बैठक में अफसरों को भी आना था लेकिन बैठक में एक भी जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं था। अधिकारियों की गैरमौजूदगी से नाराज मंत्री ने तत्काल बैठक स्थगित कर दी और चेतावनी दी कि वह इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करेंगी। मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा कि ऐसा लगता है मानो जिले के अधिकारी किसानों की समस्याओं को सुनना ही नहीं चाहते। उन्होंने साफ कहा कि प्रशासन का यह रवैया बर्दाश्त से बाहर है और इसकी जवाबदेही तय होगी।
बैठक रद्द होने के बाद किसानों ने जमकर नारेबाजी की और “आगरा प्रशासन मुर्दाबाद” के नारे लगाए। किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि जिले के जिम्मेदार अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और किसानों की समस्याओं को जानबूझकर नजरअंदाज किया जा रहा है। किसानों का कहना है कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान जल्द नहीं किया गया, तो वह 2027 में वोट की ताकत से जवाब देंगे। किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने कहा कि “आगरा प्रशासन एकजुट होकर किसानों को छल रहा है, लेकिन अब किसान चुप नहीं बैठेंगे। कुर्सी पर बैठे आईएएस सरकार की छवि खराब कर रहे हैं।