
आदित्य मिश्र
अमेठी, 20 सितम्बर 2025 :
यूपी के अमेठी जिले में नवरात्र पर्व का जोश दिखाई देने लगा है। प्रतिमा स्थापना व जगराते के लिए पांडालों को सजाने का काम शुरू हो गया है। वहीं स्थानीय कलाकारों के साथ कोलकाता से आए विशेष कारीगर देवी मां की प्रतिमाओं को आकार देने में लगे हैं। इन्हें सजीव और भव्य रूप देने के लिए बेहद बारीकी से कार्य किया जा रहा है। कोलकाता से आये कारीगर श्याम लाल का कहना है कि प्रतिमा जितनी मोहक होती है हमारी कला उतनी ही सराही जाती है।
बता दें कि मां दुर्गा की आराधना का पवित्र पर्व नवरात्र 22 सितंबर से शुरू हो रहा है। इसके लिए जगह-जगह दुर्गा पूजा पांडालों को तैयार करने का काम शुरू हो गया है। दूसरी ओर कोलकाता से आये कारीगर श्याम लाल बड़े स्तर पर मां दुर्गा की प्रतिमाओं को बनाने में जुटे हैं। अमेठी ,गौरीगंज और जगदीशपुर समेत कई इलाकों में भव्य दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना होती है।
आयोजको में सबसे ज्यादा डिमांड कलकत्ता के कारीगरों द्वारा बनाई मां दुर्गा की प्रतिमाओं की होती है। हालांकि स्थानीय कलाकारों द्वारा बनाई गई प्रतिमाओं की कीमत कम रहती है लेकिन कलकत्ता के कारीगरों की बनाई प्रतिमाओं की कीमत 30 हजार से शुरू होकर एक लाख रुपए तक जाती है।इन प्रतिमाओं की बुकिंग समितियों द्वारा पहले ही की जा चुकी होती है। कुछ इलाकों में मां की प्रतिमाओं की स्थापना नवरात्र के पहले दिन किया जाता है जबकि कुछ इलाकों में सप्तमी के दिन होता है।
गौरीगंज के रायबरेली रोड पर मूर्तियों का निर्माण कर रहे कोलकाता के कारीगर श्याम लाल पाल का कहना है कि पहले प्रतिमाएं कम बिकतीं थीं मगर अब 100 से ज्यादा मूर्तियां बिक रही है। एक प्रतिमा पर 2 से 4 हजार रुपए का मुनाफा आता है और जिससे उनके परिवार का भरण पोषण आसानी से हो जाता है। वह हर साल गौरीगंज आते हैं और प्रतिमाओं को दिन रात तैयार कर समय पर उपलब्ध कराने की कोशिश करते है। प्रतिमा जितनी मोहक होती है उतनी ही सराही जाती है। हमारी यही कोशिश रहती है कि जब प्रतिमा पांडाल में स्थापित हो तो उसकी छवि मनमोहक हो।