अंशुल मौर्य
वाराणसी, 22 सितंबर 2025:
यूपी के वाराणसी जिले में कचहरी में दरोगा की पिटाई की घटना के बाद कई दिनों से गूंज रहा वकील-पुलिस विवाद अब नए सकारात्मक मोड़ पर पहुंचा है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के आवास पर एक अहम बैठक हुई। अधिवक्ताओं और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच लंबी चर्चा के बाद कई अहम बिंदुओं पर सहमति बन गई, जिसने इस विवाद को सुलझाने की उम्मीद जगाई है।
बैठक का सबसे बड़ा नतीजा यह रहा कि विवाद से जुड़े मामलों की जांच अब मजिस्ट्रेट करेंगे और जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, किसी भी अधिवक्ता की गिरफ्तारी नहीं होगी। इस फैसले ने वकीलों के बीच भरोसा पैदा किया है कि उनकी आवाज सुनी जा रही है। जांच के नतीजों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई होगी, जिससे दोनों पक्षों को निष्पक्षता का भरोसा मिला है।
अधिवक्ताओं ने प्रशासन के सामने अपनी छह प्रमुख मांगें रखी थीं, जिन पर सहमति बनना इस बैठक की एक और बड़ी उपलब्धि है। यह कदम न केवल तनाव को कम करने में मददगार साबित हो रहा है, बल्कि वकीलों और पुलिस के बीच टूटे संवाद को फिर से जोड़ने का काम भी कर रहा है। इस घटनाक्रम के बाद अब सबकी कचहरी परिसर में बुलाई गई बार एसोसिएशन की बैठक पर टिकी हैं। इस बैठक में वकील समुदाय से समर्थन जुटाने और आगे की रणनीति तय करने पर विचार होगा।