
आशुतोष तिवारी
सुल्तानपुर, 27 सितंबर 2025 :
यूपी के सुल्तानपुर जिले के अखंडनगर क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसे में मासूम की जान चली गई। खेल-खेल में कार के अंदर बंद हो जाने से ढाई साल के मासूम की मौत हो गई। बच्चा काफी देर तक दम घुटने से जूझता रहा, पिता की नजर पड़ी लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
बताया गया कि अमेठी के पीपरपुर थाना क्षेत्र के रामगंज खरगीपुर निवासी आलोक कुमार तिवारी अखंडनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में कार्यरत हैं और यहीं सरकारी आवास में परिवार के साथ रहते हैं। उनकी पत्नी दामिनी तिवारी 102 एम्बुलेंस पर एमटी हैं। शुक्रवार को उनका ढाई साल का बेटा आर्थव तिवारी घर में खेलते-खेलते मां से कार की चाबी लेकर निकल गया।
खेलते-खेलते वह सीएचसी परिसर से करीब 200 मीटर दूर गांधी आश्रम के पास पहुंचा और वहां खड़ी पिता की अर्टिगा कार का दरवाजा खोलकर अंदर बैठ गया। कार का शीशा बंद था और दरवाजा अंदर से लॉक हो गया। धूप में खड़ी कार कुछ ही देर में तपने लगी और बच्चा अंदर फंस गया। मां दामिनी तिवारी ने बेटे को घर में न पाकर तलाश शुरू की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। उस समय आलोक मरीज को लेकर एम्बुलेंस से बाहर गए थे। लौटकर जब वह अपनी कार के पास पहुंचे तो अंदर का नजारा देख दंग रह गए। मासूम बेसुध पड़ा था।
तुरंत बच्चे को अखंडनगर सीएचसी लाया गया, जहां अधीक्षक डॉ. सत्येंद्र सिंह, डॉ. विष्णु स्वरूप यादव और डॉ. सुधीर कुमार बरनवाल ने बचाने का भरसक प्रयास किया। करीब एक घंटे तक सीपीआर भी दिया गया, लेकिन बच्चे को नहीं बचाया जा सका। डॉ. सत्येंद्र सिंह ने बताया कि बच्चा ब्रॉड डेड अवस्था में लाया गया था। गाड़ी धूप में खड़ी थी, ऐसे में उसे ऑक्सीजन नहीं मिली और हीट स्ट्रोक हो गया, जिससे मौत हो गई। पुलिस भी सीएचसी पहुंची लेकिन परिजनों ने पोस्टमार्टम से इनकार कर शव गांव लेकर चले गए।