
अनमोल शर्मा
हापुड़, 29 सितंबर 2025 :
यूपी के हापुड़ जिले में जनपद हापुड़ में पुलिस ने 39 करोड़ रुपये के बीमा क्लेम के मामले में मृतक के बेटे और उसके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोप है कि बेटे ने अपने ही पिता की मौत को सड़क दुर्घटना बताकर बीमा कंपनियों से भारी-भरकम क्लेम करने की साजिश रची। इस दौरान दुर्घटनास्थल से लेकर अभिलेखों में फर्जीवाड़ा किया गया वहीं रिश्वत देने की कोशिश भी की गई।
मामला मेरठ के गंगानगर थाना क्षेत्र में मवाना रोड पर रहने वाले मुकेश सिंघल की मौत से जुड़ा है। इस संबंध में निवा भूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के अधिकृत प्रतिनिधि संजय कुमार ने हापुड़ नगर कोतवाली में मृतक बीमाधारक मुकेश सिंघल के पुत्र विशाल कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी और हत्या की साजिश का मुकदमा दर्ज कराया था। संजय कुमार के अनुसार मुकेश सिंघल कई कंपनियों निवा भूपा, टाटा एआईजी, मैक्स लाइफ, टाटा एआईए, आदित्य बिड़ला, एचडीएफसी एर्गो के बीमा धारक थे। उनकी घोषित सालाना आय 12 से 15 लाख रुपये थी, लेकिन बीमा पॉलिसियों का पूरा क्लेम करीब 39 करोड़ रुपये था।
आरोप के मुताबिक विशाल ने बीमा कंपनियों को बताया कि 27 मार्च 2024 को उनके पिता गढ़ गंगा से लौटते वक्त सड़क हादसे का शिकार हुए और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। लेकिन जांच में सामने आया कि अस्पताल के रिकॉर्ड में दुर्घटना का समय अलग है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट की चोटें भी मेल नहीं खातीं। इसके अलावा मौत मेरठ के आनंद अस्पताल में दर्शाई गई, जिससे पूरा मामला संदिग्ध हो गया।
कंपनी को अपनी जांच में पता चला कि विशाल ने टीम को सहयोग नहीं किया और महत्वपूर्ण दस्तावेज भी छिपाए। यहां तक कि उसने जांच अधिकारी को रिश्वत देने का प्रयास किया। गवाहों ने भी बयान दिया कि उन्हें रिश्वत दी गई थी। साथ ही आधार और पैन कार्ड में उम्र को लेकर विसंगतियां पाई गईं और दुर्घटना में शामिल वाहन की जानकारी भी नहीं दी गई।
पुलिस ने मामला दर्ज कर विशाल कुमार और उसके दोस्त सतीश कुमार निवासी सिविल लाइन को मोदीनगर रोड से गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि अब तक विशाल मां व पत्नी की मौत के बाद करीब एक करोड़ रुपये का क्लेम हासिल कर चुका है। पुलिस अफसरों का कहना है कि पिता मुकेश की मौत पर थाना गढ़ मुक्तेश्वर में दर्ज कराए गए सड़क हादसे के मुकदमे की फिर से कि मां और पत्नी की मौत पर साजिश के पहलू की भी जांच की जाएगी।