
मोहन कृष्ण
रायबरेली, 9 अक्टूबर 2025:
रायबरेली के ऊंचाहार थाना क्षेत्र में मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक की पीट-पीटकर हत्या के मामले में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। अब तक इस केस में 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस आरोपियों पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की तैयारी कर रही है। इधर इसी घटना को लेकर कांग्रेसियों ने कैंडल मार्च भी निकाला।
एसपी डॉ. यशवीर सिंह ने कहा कि इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रामक और जातिगत माहौल फैलाने की कोशिश की जा रही है, जिस पर पुलिस की कड़ी नजर है। “मृतक हरिओम वाल्मीकि फतेहपुर का रहने वाला था। वह मानसिक रूप से कमजोर था और यहां के लोगों के लिए अजनबी था। भीड़ ने उसे चोर समझ लिया। उस रात किसी को उसकी जाति तक की जानकारी नहीं थी, इसलिए इसमें जातीय एंगल जोड़ना गलत है।”
बता दें हरिओम गत 1 अक्टूबर को जनपद फतेहपुर निवासी हरिओम वाल्मीकि, जो मानसिक रूप से अस्थिर बताया जा रहा है, अपनी ससुराल ऊंचाहार (रायबरेली) आया था। ससुराल जाते वक्त डांडेपुर गांव में ग्रामीणों ने उसे चोर समझकर पकड़ लिया और बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। भीड़ की पिटाई से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आरोपी शव को वहीं छोड़कर फरार हो गए। अगले दिन 2 अक्टूबर की सुबह उसका शव ईश्वरदासपुर हॉल्ट के पास रेलवे ट्रैक से 20 मीटर दूर मिला। पुलिस ने वायरल वीडियो और चश्मदीदों के बयान के आधार पर केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू की थी।
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष पंकज तिवारी के नेतृत्व में कैंडल मार्च निकाला। यह कैंडल मार्च रायबरेली जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय तिलक भवन से शुरू होकर डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तक गया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिलाध्यक्ष ने कहा कि “हम हरिओम बाल्मीकि को न्याय दिलाने तक चुप नहीं बैठेंगे। सरकार दोषियों को बचाने का काम कर रही है, हम न्याय की लड़ाई जारी रखेंगे।”