Barabanki City

बाराबंकी : सेटेलाइट में कैद हुआ पराली का धुआं… किसानों पर जुर्माना, दो कंबाइन हार्वेस्टर सीज

बाराबंकी, 12 अक्टूबर 2025:

यूपी के बाराबंकी जिले में पराली जलाने (stubble burning) पर प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सैटेलाइट ने जिले में एक ही दिन पराली जलाने की 9 घटनाएं दर्ज कीं। पांच किसानों पर 20 हजार का जुर्माना लगाकर दो कंबाइन हार्वेस्टर सीज कर दिए हैं।

बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दे रखे हैं कि पराली जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सैटेलाइट के माध्यम से निगरानी बढ़ाने और दोषियों पर कार्रवाई करने को भी कहा है। इसी क्रम में सेटेलाइट से लगातार हो रही निगरानी में बाराबंकी के फतेहपुर में 5, नवाबगंज, रामनगर, रामसनेहीघाट और सिरौली गौसपुर में एक-एक मामला पराली जलाने का सामने आया।

जांच के दौरान टीमें सेटेलाइट द्वारा आइडेंटिफाई की गई जगहों पर पहुंची। फतेहपुर के एसडीएम कार्तिकेय सिंह ने ग्राम बन्नी और धरौली में बिना एसएमएस यंत्र लगे दो कंबाइन हार्वेस्टर पकड़े। इन्हें पराली जलाने में इस्तेमाल करने पर एक ट्रैक्टर सहित सीज कर थाने भेज दिया गया। साथ ही 5 किसानों पर अर्थदंड (Fine on Farmers) लगाया गया।

सिरौली गौसपुर तहसील में तहसीलदार ने ग्राम हमीद नगर निवासी अशोक कुमार, शिवकुमार, रमेश चंद्र और चंद्रशेखर पर 15,000 का जुर्माना लगाया। रामनगर तहसील की टीम ने ग्राम त्रिलोकपुर निवासी कमलेश पर 5,000 का अर्थदंड लगाया। जबकि रामसनेहीघाट और नवाबगंज में जांच के बाद पाया गया कि यहां पराली नहीं कूड़ा-करकट जलाया गया था।

उप कृषि निदेशक धीरेन्द्र सिंह ने किसानों से कहा कि पराली न जलाएं, बल्कि इसे जैविक खाद में परिवर्तित करें। पराली जलाने से भूमि की उर्वरता घटती है और पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता है। किसान इस प्रथा से बचें।

– जुर्माने की तय दरें

पराली जलाने पर पर्यावरणीय प्रतिकर (Environmental Compensation) के रूप में यह दरें निर्धारित की गई हैं :

– 2 एकड़ से कम क्षेत्र : ₹5,000 प्रति घटना

– 2 से 5 एकड़ क्षेत्र : ₹10,000 प्रति घटना

– 5 एकड़ से अधिक क्षेत्र : ₹30,000 प्रति घटना

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button