बाराबंकी, 3 नवंबर 2025:
रामनगर तहसील क्षेत्र स्थित तीर्थस्थल श्री लोधेश्वर महादेवा में प्रस्तावित महादेवा कॉरिडोर परियोजना को लेकर प्रशासन की कार्रवाई जारी रही। इस दौरान बुलडोजर की गर्जना फिर सुनाई दी और कई अवैध निर्माण ध्वस्त किए गए। एक मकान और दुकानों के अवशेषों को हटाकर लगभग 2000 वर्गमीटर भूमि मुक्त कराई गई, जिसकी कीमत करोड़ों रुपये बताई जा रही है।
शनिवार को अभियान के पहले दिन रियाज कॉम्प्लेक्स समेत 15 दुकानों को गिराया गया था। रविवार सुबह करीब आठ बजे एक बार फिर प्रशासनिक अमला भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचा। रामनगर की जॉइंट मजिस्ट्रेट गुंजिता अग्रवाल, फतेहपुर के एसडीएम कार्तिकेय सिंह, और सीओ रामनगर गरिमा पंत की निगरानी में कार्रवाई की गई। तीन जेसीबी और एक पोकलैंड मशीन की मदद से अवशेषों को जमींदोज किया गया, जिसके बाद लोक निर्माण विभाग के डंपरों से मलबा हटाने का काम शुरू हुआ।

महादेवा कॉरिडोर के तहत बनने वाली मुख्य सड़क की जमीन पर पहले दीन मोहम्मद, रियाज, अजय आदित्य तिवारी सहित 13 लोगों का कब्जा पाया गया था। 11 मार्च 2025 को एसडीएम कार्यालय से सभी को एक सप्ताह में अवैध निर्माण हटाने का नोटिस दिया गया था। हालांकि, संबंधित पक्षों ने सिविल कोर्ट से स्थगन आदेश प्राप्त कर लिया था। बाद में मामला अपर जिला जज की अदालत में पहुंचने पर स्थगन आदेश निरस्त कर दिया गया, जिससे ध्वस्तीकरण का रास्ता साफ हो गया।
पूरी कार्रवाई के दौरान महादेवा बाजार में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में लोग पूरे दिन कार्रवाई को देखने के लिए जुटे रहे। प्रशासन के अनुसार, अब सड़क निर्माण का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा ताकि महादेवा कॉरिडोर परियोजना को गति मिल सके।
				
					





