लखनऊ, 10 नवंबर 2025:
सपा मुखिया एवं पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सोमवार को यूपी सरकार पर तीखा हमला बोला। पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि ये सरकार इमोशन पर चल रही है, काम पर नहीं। आरोप लगाया कि 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले ही यूपी सरकार बेईमानी की तैयारी में जुट गई है।
उन्होंने कहा कि अभी चुनाव में 427 दिन बाकी हैं, और सरकार पहले से ही गड़बड़ियों में लग गई है। उन्होंने चुनाव आयोग पर भी गंभीर आरोप लगाए और कहा कि आयोग से कई शिकायतें की गई हैं। अखिलेश ने दावा किया कि 2003 की वोटर लिस्ट सबसे साफ थी। अब मतदाता सूची में लगातार गड़बड़ी की जा रही है। चेतावनी दी कि एसआईआर में आधार न मानने पर कोर्ट जाएंगे।
किसानों की दुर्दशा पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों को झूठे सपने दिखाए गए। कहा गया था कि उनकी आय दोगुनी होगी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। महंगाई चरम पर है। डीजल, पेट्रोल और बिजली सब महंगे हैं। घर बनाना अब मुश्किल हो गया है।
उन्होंने भाजपा पर सोना जमा करने का भी आरोप लगाया। कहा कि नोटबंदी के जरिए रुपए इकट्ठे कर लिए, अब सोने पर नजर है। इसलिए सोना इतना महंगा हो गया है कि गरीब अपनी बेटी की शादी में गहना भी नहीं दे पा रहा।
सपा प्रमुख ने आगे कहा कि हाल में बिहार जा रही 35 हजार लीटर शराब पकड़ी गई। कफ सिरप घोटाले में भाजपा नेताओं की भूमिका की जांच होनी चाहिए। मुख्यमंत्री के विदेशी दौरों पर तंज कसते हुए अखिलेश बोले कि अच्छी बात है कि मुख्यमंत्री जापान और सिंगापुर जा रहे हैं, लेकिन वहां से क्योटो भी जरूर जाएं।
उन्होंने कहा कि अस्पताल तो खोले जा रहे हैं, लेकिन इलाज की सुविधा नहीं है। अखिलेश ने कहा कि उनकी पार्टी पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) वोट को बचाने और बेईमानी रोकने के लिए संघर्ष जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि सरकार का सूचना तंत्र कमजोर है। इसी वजह से घुसपैठ बढ़ रही है। अंत में अखिलेश ने आजम खान के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि अगर उन्होंने बिहार में जंगलराज कहा तो गलत क्या कहा?






