खेल डेस्क, 11 नवंबर 2025 :
एक इंतजार जो बहुत लंबा है…एक उम्मीद जो अभी भी पूरी नहीं हुई! दरअसल ये दास्तां है दो देशों के टेस्ट मैच की। आइए जानते हैं पूरी कहानी…भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज 14 नवंबर से शुरू होने जा रही है। पहला मुकाबला कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला जाएगा, जबकि दूसरा मैच गुवाहाटी में होगा। दोनों टीमें मैदान पर जमकर तैयारी में जुटी हैं। भारत को उसके घर में हराना हमेशा से किसी भी टीम के लिए बड़ी चुनौती रहा है। पिछले साल न्यूजीलैंड ने भारत को 3-0 से हराकर यह असंभव सा काम जरूर किया था, लेकिन अफ्रीकी टीम के लिए यह सफर आसान नहीं रहेगा।
15 साल से भारत में नहीं जीत सका साउथ अफ्रीका
साउथ अफ्रीका को भारत की धरती पर आखिरी टेस्ट जीत 2010 में नागपुर में मिली थी। उस मैच में हाशिम अमला ने शानदार नाबाद 253 रन बनाए थे। इसके बाद से अफ्रीकी टीम ने भारत में 8 टेस्ट खेले हैं, जिनमें से 7 हारे और एक ड्रॉ रहा। भारत में अब तक दोनों देशों के बीच 7 टेस्ट सीरीज हुई हैं जिनमें भारत ने 4 जीतीं जबकि साउथ अफ्रीका को केवल एक बार सफलता मिली।
भारतीय पिचें बनेगी अफ्रीका के लिए सिरदर्द
भारत की पिचें धीमी और स्पिनर्स के लिए मददगार मानी जाती हैं। कोलकाता और गुवाहाटी में भी हालात कुछ ऐसे ही रहने की उम्मीद है। ऐसे में साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों को रन बनाने में दिक्कत हो सकती है।
साउथ अफ्रीका की स्पिन कमजोरी
अफ्रीकी टीम में केशव महाराज जरूर अनुभवी हैं लेकिन उनके अलावा कोई भी स्पिनर खास अनुभव नहीं रखता। साइमन हार्मर और एस मुथुस्वामी के पास कुल मिलाकर बहुत कम टेस्ट अनुभव है जो भारतीय परिस्थितियों में उनके लिए मुश्किल बढ़ा सकता है।
भारतीय स्पिनर्स हैं सबसे बड़ी ताकत
भारत के पास चार मजबूत स्पिनर हैं। रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव मिलकर विरोधियों को परेशान करने के लिए तैयार हैं। खास बात यह है कि इन सभी का घरेलू रिकॉर्ड शानदार रहा है।
घरेलू मैदान पर भारत का रिकॉर्ड
भारत अपने घर में सबसे ज्यादा लगातार 18 टेस्ट सीरीज जीत चुका है। हालांकि पिछले साल न्यूजीलैंड ने यह सिलसिला तोड़ा था, लेकिन टीम इंडिया ने हाल ही में वेस्टइंडीज को 2-0 से हराकर फिर से लय हासिल कर ली है।
पंत की वापसी और जुरेल की फॉर्म
इस सीरीज में विकेटकीपर ऋषभ पंत की वापसी टीम के लिए बड़ी खुशखबरी है। साथ ही ध्रुव जुरेल भी शानदार फॉर्म में हैं। साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ दोनों खिलाड़ियों ने बेहतरीन पारियां खेली थीं। इस बार साउथ अफ्रीका चाहे जितनी तैयारी कर ले, लेकिन भारतीय सरजमीं पर उसे जीत का स्वाद चखना अब भी उतना ही मुश्किल दिख रहा है जितना पिछले 15 सालों से रहा है।






